इजरायली बंधकों के 'अपमान' पर भड़के नेतन्याहू, कैदियों की रिहाई रोक रख दी ये शर्त

इजरायल ने कहा है कि सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई तब तक नहीं की जाएगी, 'जब तक कि गाजा में बंधक बनाकर रखे गए और लोगों की रिहाई सुनिश्चित नहीं हो जाती है और बंधकों को अपमानजनक तरीके से सौंपना' बंद नहीं किया जाता है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 23, 2025, 02:43 PM IST
  • इजरायल ने नहीं रिहा किए फलस्तीनी कैदी
  • हमास के रिहाई के तरीके की हो रही आलोचना
इजरायली बंधकों के 'अपमान' पर भड़के नेतन्याहू, कैदियों की रिहाई रोक रख दी ये शर्त

नई दिल्लीः इजरायल ने कहा है कि सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई तब तक नहीं की जाएगी, 'जब तक कि गाजा में बंधक बनाकर रखे गए और लोगों की रिहाई सुनिश्चित नहीं हो जाती है और बंधकों को अपमानजनक तरीके से सौंपना' बंद नहीं किया जाता है. 

इजरायल ने नहीं रिहा किए फलस्तीनी कैदी

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने यह बयान रविवार को उस समय दिया जब कैदियों को ले जा रहे वाहन 'ऑफर जेल' के मुख्य द्वार से बाहर निकलने के बाद अंदर लौट गए. हमास ने छह इजरायली बंधकों को शनिवार को रिहा कर दिया था. इसके तुरंत बाद 620 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना था लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है. 

हमास के रिहाई के तरीके की हो रही आलोचना

शनिवार को रिहा किए गए छह बंधकों में से पांच को नकाबपोश सशस्त्र चरमपंथी, भीड़ के सामने मंच पर लाए, जिसके बाद उन्हें रिहा किया गया. बंधकों को सौंपे जाने के इस तरीके की संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों ने निंदा की है. हमास ने जीवित बचे संभवत: अंतिम छह बंधकों को युद्ध विराम के प्रथम चरण के तहत रिहा कर दिया है. कैदियों की रिहाई में देरी की इजरायल की घोषणा ने युद्धविराम समझौते के भविष्य को लेकर अचानक और संदेह पैदा कर दिया है. 

जानिए क्या है पूरा मामला

हमास की ओर से छोड़े गए छह बंधकों में से तीन इजरायली पुरुष हैं, जिन्हें नोवा संगीत समारोह से उस समय कैद किया गया था, जब सात अक्टूबर 2023 को हमास के चरमपंथियों ने हमला किया था. इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ा था. बंधकों में से दो को हमास ने लगभग एक दशक तक बंधक रखा. वे दोनों अकेले ही गाजा में घुसे थे. पांचों को मंच पर लाया गया और इसके बाद बचावकर्ताओं को सौंपा गया. 

इस तरीके को 'रेड क्रॉस' और इजरायल ने क्रूर और अपमानजनक बताते हुए इसकी निंदा की है. ओमर वेंकर्ट, ओमर शेम टोव और एलिया कोहेन को हमास के लड़ाकों के साथ खड़ा किया गया. दबाव में दिख रहे शेम टोव ने दो चरमपंथियों के माथे को चूमा और भीड़ को चुंबन दिया. उन्होंने सेना की नकली वर्दी पहन रखी थी, जबकि वे सेना के जवान नहीं हैं.

यह भी पढ़िएः भारत के 2 सबसे खतरनाक टैंक, जिनकी ज्वाला से पल भर में राख हो जाता है दुश्मन!

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़