नई दिल्लीः व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता है. ईरान की ओर से इजरायल पर हमला करने के एक दिन बाद रविवार को सीएनएन के स्टेट ऑफ द यूनियन समाचार कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के रणनीतिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कई बार कहा है , हम क्षेत्र में युद्ध नहीं चाहते हैं. हम ईरान के साथ युद्ध में उलझना नहीं चाहते हैं.
जवाबी कार्रवाई में इजरायल का साथ नहीं देगा अमेरिका
व्हाइट हाउस के अधिकारियों के हवाले से अमेरिकी मीडिया ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार रात इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन पर बताया कि अमेरिका ईरान के खिलाफ इजराइल के किसी भी जवाबी कार्रवाई में न तो भाग लेगा और न ही उसका समर्थन करेगा.
दो सप्ताह पहले सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हमले के जवाब में ईरान ने शनिवार देर रात इज़राइल पर एक साथ ड्रोन और मिसाइलों से हमले किए.
जी7 ने इजरायल के प्रति 'पूर्ण समर्थन' जताया
वहीं जी7 देशों के नेताओं ने रविवार को वर्चुअल मुलाकात की और "इजरायल और उसके लोगों के प्रति पूर्ण एकजुटता और समर्थन" जताया और "इसकी सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता" की पुष्टि की. व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, "हम जी7 के नेता इजरायल के खिलाफ ईरान के सीधे और अभूतपूर्व हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. ईरान ने इजरायल की ओर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दागीं. मगर इजरायल ने अपने सहयोगियों की मदद से ईरान को हरा दिया."
जी7 देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, इटली, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और जापान के साथ-साथ यूरोपीय संघ भी शामिल हैं.
'ईरान ने तनाव भड़काने का जोखिम उठाया है'
उन्होंने बयान में कहा, "हम इजरायल और उसके लोगों के प्रति अपनी पूरी एकजुटता और समर्थन व्यक्त करते हैं और इसकी सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं." उन्होंने कहा कि इजरायल पर हमला शुरू करके ईरान ने क्षेत्र को अस्थिर करने की दिशा में कदम बढ़ाया है और एक बेकाबू क्षेत्रीय तनाव को भड़काने का जोखिम उठाया है. इससे बचा जाना चाहिए.
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