नई दिल्ली: Shivaji Jayanti 2025: आज शिवाजी महाराज की जयंती है. शिवाजी को उनकी वीरता के लिए याद किया जाता है. छत्रपति शिवाजी ने मराठा साम्राज्य की स्थापना की थी. उन्होंने मुगलों के साथ लंबी लड़ाई लड़ी थी. शिवाजी ने दरबार में मराठी और संस्कृत भाषा को प्राथमिकता भी दी. विदेशी आक्रमण के बावजूद हिंदू रीति-रिवाज को संरक्षित रखा था. लेकिन शिवाजी महाराज की जयंती पर विवाद है, ये साल में 3 बार मनाई जाती है.
19 फरवरी
साल 2000 में महाराष्ट्र विधानसभा में प्रस्ताव पारित हुआ कि शिवाजी का जन्म 19 फरवरी, 1630 को हुआ. इसी तारीख पर 19 फरवरी को शिवाजी जयंती मनाई जाती है. यह ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार है
फागुन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि
पंचांग के हिसाब से देखा जाए, तो शिवाजी का जन्म फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि, 1551 शक संवत्सर को हुआ. यह तिथि ग्रेगोरियन कैलेंडर में हर साल बदलती है, जो आमतौर पर फरवरी या मार्च में पड़ती है
6 अप्रैल
कुछ इतिहासकारों (जैसे एन.आर. फाटक) और समुदायों का ये मानना है कि शिवाजी का जन्म वैशाख शुक्ल द्वितीया, शक 1549 (6 अप्रैल, 1627) को हुआ था. यही कारण है कि कुछ लोग आज भी इसी तारीख पर शिवाजी की जयंती मनाते हैं.
ये तारीख सरकार से मान्यता प्राप्त
19 फरवरी की तारीख शिवाजी जयंती के लिए आधिकारिक तौर पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है. इतिहासकारों की एक समिति ने 1966 में यह तय किया था कि शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी, 1630 को शिवनेरी दुर्ग में हुआ. इस तारीख को विधिवत रूप से 2000 में तत्कालीन देशमुख सरकार ने स्वीकार किया था. तब पूर्व विधायक रेखाताई खेडेकर ने समिति की रिपोर्ट और अन्य सबूत पेश किए थे. लिहाजा, इसके बाद से इसी दिन शिवाजी जयंती मनाई जाने लगी. हालांकि, समाज का एक छोटा वर्ग इस तारीख को ये जयंती नहीं मनाता है.
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