Kaali Poster Controversy: कानूनी पचड़े में फंसी निर्देशक लीना मणिमेकलई, विवादित पोस्टर को लेकर दर्ज हुई शिकायत

निर्देशक लीना मणिमेकलई ( Leena Manimekalai) की डॉक्यूमेंट्री 'काली' (Kaali) को लेकर गहराए विवाद के चलते उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पोस्टर को लेकर निर्देशक के खिलाफ केस दर्ज हो गया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 4, 2022, 04:21 PM IST
  • लीना मणिमेकलई की बढ़ी मुश्किलें
  • दिल्ली कोर्ट पहुंचा विवादित पोस्टर मामला
Kaali Poster Controversy: कानूनी पचड़े में फंसी निर्देशक लीना मणिमेकलई, विवादित पोस्टर को लेकर दर्ज हुई शिकायत

नई दिल्ली: लीना मणिमेकलई ( Leena Manimekalai) की आने वाली डॉक्यूमेंट्री 'काली' (Kaali) लेकर अब एक नया अपडेट सामने आया है. विवादित पोस्टर को लेकर इसकी निर्देशक लीना के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी गई है. पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया पर काफी तनाव पैदा हो गया था. उनकी डॉक्यूमेंट्री 'काली' के पोस्टर में मां काली को आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है. जिसे लेकर यूजर्स धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए अपना गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं.

दर्ज हुआ केस

दिल्ली की एक वकील ने सोमवार को निर्देशक लीना मणिमेकलाई के खिलाफ उनकी नई डॉक्यूमेंट्री के विवादास्पद पोस्टर को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. इस विवादित पोस्टर को मणिमेकलाई ने 2 जुलाई को सोशल मीडिया पर साझा किया था. पोस्टर में देवी काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है.

इसके कारण ट्विटर पर निर्देशक को गिरफ्तार करने की मांग ट्रेंड कर रही थी, वहीं सोशल मीडिया पर भारी हंगामा खड़ा हो गया है. रिपोर्टस के अनुसार, मणिमेकलाई ने बताया है कि डॉक्यूमेंट्री एक घटना के इर्द-गिर्द घूमती है, जब देवी काली प्रकट होती हैं और टोरंटो की सड़कों पर टहलती हैं.

घटना पर बोले वकील

जिंदल ने कहा कि निर्देशक ने देवी काली को धूम्रपान करते हुए दिखाकर मेरी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जो बेहद आपत्तिजनक है. इसे किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है. स्वतंत्र निदेशक के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए जिंदल ने कहा कि हिंदू देवी के संदर्भ में इस तरह की निंदनीय तस्वीर अत्यंत अपमानजनक, अत्याचारी और हिंदू समुदाय की भावनाओं और विश्वास को आहत करने वाली है.

उन्होंने आगे कहा कि यह जानबूझकर किया गया दुर्भावनापूर्ण कृत्य है, जिसका उद्देश्य आरोपी द्वारा अपने ट्विटर अकाउंट से अत्यधिक आपत्तिजनक वीडियो और फोटो के माध्यम से हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना है. इसे सोशल मीडिया और सभी सार्वजनिक प्लेटफार्मो पर प्रसारित किया जा रहा है, यह धारा 295 ए, 298, 505 के तहत अपराध है. 67 आईटी अधिनियम और 34 आईपीसी और इसलिए आरोपी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए. वकील ने आगे कहा कि आपत्तिजनक वीडियो क्लिप और फोटो को तत्काल प्रभाव से पर इंटरनेट पर प्रतिबंधित कर देना और हटा दिया जाना चाहिए.

लोगों ने अमित शाह से भी कार्यवाई की मांग की

'काली' डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर को देख ट्विटर पर यूजर्स लीना को खूब खरी खोटी सुना रहे हैं. ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा, हर दिन हिंदू धर्म की भावनाओं को आहात किया जाता है. इतना ही नहीं एक यूजर्स ने अमित शाह से लेकर पीएमओ तक को टैग करते हुए इस पोस्टर व फिल्ममेकर पर कार्रवाई की मांग भी की है

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