Thailand Human Trafficking: थाईलैंड में मानव तस्करी की शिकार 3 महिलाओं के साथ हुई क्रूरता का पर्दाफाश हुआ है. इन महिलाओं के अंडाशयों को इकट्ठा करके उन्हें बाहर देशों में बेचा जा रहा था.
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Thailand Human Trafficking: थाई महिलाएं एशिया की सबसे सुंदर महिलाओं में गिनी जाती हैं, हालांकि उनके खिलाफ कई उत्पीड़न के मामले भी देखे जाते रहते हैं. उन्हें कई देशों में बेचा जाता है. हर साल सैकड़ों थाई महिलाएं, लड़कियां और बच्चे ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार बनते हैं. हाल ही में 3 थाई महिलाओं को ट्रैफिकिंग के चुंगल से निकाला गया है. महिलाओं के साथ हो रही यह भयावहता आपके रोंगटे खड़े कर देगी.
मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश
'बैंकॉक पोस्ट' की एक रिपोर्ट के मुताबिक जॉर्जिया में चीनी गैंगस्टरों की ओर से एक मानव तस्करी गिरोह चलाया जा रहा है. इसमें 'ह्यूमन एग हार्वेस्टिंग' के जंजाल में फंसी 3 थाई महिलाओं का 30 जनवरी 2025 को रेस्क्यू किया गया. 'पावेना फाउंडेशन फॉर चिल्ड्रन एंड वीमेन' की फाउंडर पावेना होंगसाकुला की ओर से इन महिलाओं का बचाव किया गया. पावेना का कहना है कि उन्हें पिछले साल सिंतबर में इस गिरोह से छूटी एक महिला ने दी. थाइलैंड की इस महिला ने गैंग से पीछा छुड़ाने के लिए 175,000 रुपये का भुगतान किया था.
चलाया जा रहा था ह्यूमन एग फार्म
पीड़ित महिला ने पावेना को बताया था कि इस ह्यूमन एग फार्म में पैसों की कमी के चलते और भी महिलाएं फंसी हुई हैं. महिला ने बाताया कि उसने एक फेसबुक पेज में 1 लाख रुपये तक की नौकरी का विज्ञापन देखा था. महिला ने पेज से संपर्क साधा तो उसे बताया गया कि यह जॉब जॉर्जियां में उन कपल्स के लिए सैरोगेट बनने का है, जिनके बच्चे नहीं हो सकते हैं. महिला ने बताया कि खुद एंप्लॉयर की तरफ से उसके पासपोर्ट और ट्रैवल का खर्चा उठाया गया. पीड़ित महिला गिरोह की सदस्य 1 थाई महिला के नेतृत्व में अन्य 10 महिलाओं के साथ जॉर्जिया गई. वहां पहुंचते ही उन्हें एक बड़े से घर में ले जाया गया, जहां पहले से ही 100 थाई महिलाएं रहती थीं. इस जगह को चीनी गैंगस्टरों की ओर से ऑपरेट किया जा रहा था. हैरानी की बात ये थी कि जॉर्जिया में किसी ने भी सैरोगेट मदर के लिए अप्लाई नहीं किया था.
ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शिकार थाई नागरिक
महिला ने बताया कि उनके अंडाशयों ( Ovaries) को उत्तेजित करने के लिए हार्मोन दिए जाते थे. महीने में एक बार उन्हें बेहोश करके उनके अंडो का इकट्ठा किया जाता था. इन अंडो को IVF के लिए बाहर देशों में बेचा और ट्रैफिक किया जाता था. इसके लिए किसी भी महिला को भुगतान नहीं किया जाता था. फिलहाल मामले को लेकर पुलिस जांच कर रही है. पावेना फाउंडेशन के मुताबिक साल 2024 में 257 थाई नागरिक ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हुए थे, जिनमें से 53 थाइलैंड में ही पाए गए और 204 पीड़ित बाकी देशों में ले जाए गए थे. फाउंडेशन ने अबतक इनमें से 152 का रेस्क्यू किया है.