Bangladesh Elections News: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना सरकार पर बांग्लादेश में "सब कुछ बर्बाद" करने का आरोप लगाया है.
Trending Photos
Bangladesh Elections News: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना सरकार पर बांग्लादेश में "सब कुछ बर्बाद" करने का आरोप लगाया है. नोबेल पुरस्कार विजेता ने कहा कि वह देश में आम चुनाव केवल तभी कराएंगे जब संविधान और न्यायपालिका में जरूरी सुधार हो जाएंगे. यूनुस ने कहा कि हसीना के 15 साल के शासन में देश की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है. अब हमारे ऊपर लोकतंत्र, आर्थिक स्थिरता और जनता का विश्वास बहाल करने की बड़ी जिम्मेदारी है.
चुनाव से पहले सुधार जरूरी
यूनुस ने बांग्लादेश में चुनावों से पहले अर्थव्यवस्था, प्रशासन, नौकरशाही और न्यायपालिका में व्यापक सुधारों की मांग की. उन्होंने कहा कि देश को फिर से खड़ा करने के लिए नई शुरुआत करनी होगी. यूनुस ने भारत से अपील की कि वह अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में शेख हसीना के मुकदमे के बाद उन्हें बांग्लादेश को सौंप दे. उन्होंने कहा, “जब मुकदमे का फैसला आ जाएगा, हम भारत से औपचारिक रूप से उन्हें सौंपने की अपील करेंगे. अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत भारत ऐसा करने के लिए बाध्य होगा.”
हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर विवाद
यूनुस ने कहा कि भारतीय सरकार द्वारा बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा पर जताई गई चिंता तथ्यों पर आधारित नहीं है और इसे "प्रचार" करार दिया. इस बीच, बांग्लादेश ने भारत के त्रिपुरा स्थित अगरतला में अपने दूतावास में हुई प्रदर्शनकारियों की घुसपैठ के बाद अपने वाणिज्यिक सेवाओं को निलंबित कर दिया. शेख हसीना के अगस्त में प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद भारत और बांग्लादेश के संबंधों में खटास आई है. भारत ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर चिंता जताई है. पिछले हफ्ते हिंदू साधु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद स्थिति और बिगड़ गई. साधु की जमानत याचिका को जनवरी तक टाल दिया गया है क्योंकि उनके वकील पर कथित तौर पर दबाव डाला गया था.
सुधारों की दिशा में कदम
यूनुस ने बताया कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने चुनाव प्रणाली, संविधान और न्यायपालिका में सुधार के लिए कई आयोग बनाए हैं. जनवरी तक इन आयोगों की सिफारिशों के आधार पर व्यापक सुधार लागू किए जाएंगे. यूनुस ने कहा, “ये सुधार समय लेंगे, क्योंकि हम बांग्लादेश को बिल्कुल नई शुरुआत से खड़ा कर रहे हैं.” यूनुस ने साफ किया कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा, “मैं कभी भी राजनीति में नहीं रहा हूं. मैं एक राजनेता नहीं हूं और राजनीति से हमेशा दूर ही रहा हूं.”
शेख हसीना का भारत में शरण लेना
शेख हसीना को 5 अगस्त को प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद देश छोड़ना पड़ा. उनके 15 साल के विवादास्पद शासन और आरक्षण प्रणाली को लेकर व्यापक प्रदर्शन हुए. इसके बाद उन्होंने भारत में शरण ली.
(एजेंसी इनपुट के साथ)