ब्रिटेन के इलाके में घुसा रूस का खुफिया जहाज, मची खलबली; रक्षा मंत्री ने पुतिन को दी चेतावनी
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ब्रिटेन के इलाके में घुसा रूस का खुफिया जहाज, मची खलबली; रक्षा मंत्री ने पुतिन को दी चेतावनी

Russian spy ship in British Sea Region: रूस का जासूसी जहाज यांतर को ब्रिटेन के समुंद्री इलाके में देखा गया गया. बीते कुछ महीनों में यह दूसरी बार है जब रूसी जहाज ब्रिटेन में नजर आया. लेकिन ब्रिटिश रॉयल नेवी ने अपनी ताकत को दिखाते हुए उसे वहां खदेड़ दिया. इसे लेकर ब्रिटिश रक्षा राज्य सचिव जॉन हीली ने सांसदों को जो बताया है उससे ब्रिटेन के लिए अब चिंताएं बढ़ गई हैं. जानते हैं हीली ने क्या बताया?

 

ब्रिटेन के इलाके में घुसा रूस का खुफिया जहाज, मची खलबली; रक्षा मंत्री ने पुतिन को दी चेतावनी

Russian spy ship in British Sea Region: समुद्र के अंदर संचार केबलों की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंता के बीच रूस ने ब्रिटेन में खलबली मचा दी. रूस का एक जासूसी जहाज ब्रिटेन के समुद्री इलाके में देखा गया गया. लेकिन ब्रिटिश रॉयल नेवी ने भी अपनी ताकत को दिखाते हुए अपने पनडुब्बी को पानी से बाहर निकाल लिया. जिसकी वजह से रूस के जहाज को बेरंग वापस लौटना पड़ा. ब्रिटेन के रक्षा मंत्री जॉन हीली ने सोमवार (20 जनवरी) इस घटना की जानकारी दी. जॉन हीली रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी और कहा, 'हम आपको देख रहे हैं. हमें पता है कि आप क्या कर रहे हैं. हम इस देश की रक्षा के लिए कड़ी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे.'

रूस के इस जासूसी जहाज को यांतर के नाम से जाना जाता है, जो बीते कुछ महीनों में दूसरी बार ब्रिटेन की समुद्री इलाके में देखा गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस का यह जहाज ब्रिटिश समुद्र के जिस क्षेत्र में था उसके ठीक नीचे महत्वपूर्ण अंडरसी केबल लगी हुई है. जॉन हीली ने कहा कि जहाज यंतर का उपयोग 'खुफिया जानकारी इकट्ठा करने और यूके के महत्वपूर्ण पानी के नीचे के बुनियादी ढांचे का मानचित्रण जानने के लिए किया जा रहा था.' 

रूस की इन हरकतों के बाद ब्रिटेन के लिए यकीनन अब चिंताएं बढ़ गई हैं. इसी को देखते हुए ब्रिटेन ने नाटो के सहयोगियों के साथ ऐसे किसी भी खतरे का सामना करने के लिए अपनी भूमिका को बढ़ा दिया है. 

समुंद्र के अंदर क्या हुआ?
हीली के अनुसार, जहाज सोमवार को ब्रिटिश जलक्षेत्र में तट से करीब 45 मील (72.5 किमी) दूरी पर एंट्री की थी. खतरे को देखते हुए रॉयल नेवी ने जासूसी जहाज की निगरानी के लिए दो जहाज भेज दिए. हीली ने सांसदों को बताया, 'पिछले दो दिनों से, रॉयल नेवी ने हमारे जल क्षेत्र में हर मिनट जहाज की निगरानी के लिए एचएमएस समरसेट और एचएमएस टाइन को तैनात किया है ताकि युद्धपोत यंतर के करीब पहुंच सकें और बेहतर तरीके से ट्रैक कर सके.'

वहीं, अभी तक रूस ने जासूसी के आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. हीली ने बताया कि भूमध्य सागर में जाने से पहले जहाज 'ब्रिटेन के महत्वपूर्ण समुद्री बुनियादी ढांचे पर घूम रहा था.' जहाज की गतिविधियों की वजह से रॉयल नेवी पनडुब्बी को जहाज के करीब जाने की इजाजत दी गई थी ताकि 'यह स्पष्ट हो सके कि हम गुप्त रूप से इसकी हर गतिविधि की निगरानी कर सके.'

 केबलों को कितना नुकसान?
यूक्रेन और रूस के  बीच युद्ध शुरू होने के बाद से समुद्र के नीचे कई दूरसंचार और बिजली केबलों में तोड़फोड़ किए जाने का शक है.  जनवरी की शुरुआत में फिनलैंड ने रूसी तेल ले जा रहे ईगल एस टैंकर को जब्त कर लिया, जिस पर उसे समुद्र के पार अपने लंगर को खींचकर बिजली लाइन को नुकसान पहुंचाने का आरोप था. हालांकि, रूस ने उन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है कि उसने समुद्र के नीचे केबलों के साथ छेड़छाड़ की है.

यूक्रेन को 5.5 अरब डॉलर की सैन्य सहायता 
हीली ने रूसी हस्तक्षेप से खुद को बचाने के लिए सरकार की योजनाएं पेश करते हुए संसद में कहा, 'रूस ब्रिटेन के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है.' मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन 'समुद्र के नीचे बुनियादी ढांचे के लिए संभावित खतरों पर नज़र रखने के लिए नाटो और 10 यूरोपीय देशों के सुरक्षा गठबंधन संयुक्त अभियान बल के साथ काम कर रहा है और ब्रिटेन रूस के खिलाफ युद्ध में समर्थन देने के लिए यूक्रेन को 4.5 अरब पाउंड (5.5 अरब डॉलर) की सैन्य सहायता भी देगा.'

ब्रिटिश मंत्री की ये टिप्पणी प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर द्वारा पिछले सप्ताह यूक्रेन के साथ 100 साल के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद आई है, जिसमें युद्ध के दौरान सैन्य, प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेवा में सहायता प्रदान किया जाएगा.

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