जिस रेगिस्तान को पैगंबर ने दिया था श्राप, वहां मेलोनी का सऊदी प्रिंस ने क्यों किया लग्जरी वेलकम?
Advertisement
trendingNow12619195

जिस रेगिस्तान को पैगंबर ने दिया था श्राप, वहां मेलोनी का सऊदी प्रिंस ने क्यों किया लग्जरी वेलकम?

Giorgia Meloni Meets Saudi Crown Prince: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी अपने सऊदी अरब के दौरे पर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिली. क्राउन प्रिंस ने मेलोनी का स्वागत अलउला में किया, जिसे शापित शहर कहा जाता है.   

 

जिस रेगिस्तान को पैगंबर ने दिया था श्राप, वहां मेलोनी का सऊदी प्रिंस ने क्यों किया लग्जरी वेलकम?

Georgia Meloni Meets Saudi Crown Prince: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी सऊदी अरब के अपने 3 दिवसीय यात्रा पर हैं. इस दौरान वह 26 जनवरी 2025 को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलीं. बता दें कि मिलोनी 25 जनवरी जेद्दा पहुंची थीं. 26 को वह अलउला शहर पहुंची और अब 27 जनवरी 2025 को वह बहरीन जाएंगी. 

ये भी पढ़ें- 'गली-गली में शोर है खालिस्तानी चोर है', तिरंगे का अपमान कर रहे खालिस्तानियों पर दहाड़े भारतीय शेर, उन्हीं की भाषा में दिया जवाब

 

अलउला शहर में हुआ स्वागत 
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इटली की पीएम का अलउला शहर में स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने मेलोनी को सऊदी की संस्कृति से परिचित करवाया. सऊदी प्रिंस ने मेलोनी का स्वागत अलउला के विंटर कैंप में किया. इसकी तस्वीरें भी इंटरनेट पर सामने आई हैं. तस्वीर में इटली की पीएम कालीन पर बैठी हुई नजर आ रही हैं. मेलोनी और साऊदी क्राउन प्रिंस ने इस मीटिंग में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए चर्चा की. इस दौरान दोनों ने गाजा, यमन, सीरीया में सिविल वॉर के बाद उसका पुननिर्माण और लेबनान में युद्धविरान को लेकर बातचीत की.  

अलउला में क्यों हुआ स्वागत 
बता दें कि क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान विदेशी पीएम, मंत्रियों और राष्ट्रपति का अलउला में स्वागत करते हैं. यह उनके अलउला के पर्यटन की ओर बढ़ाने की एक स्ट्रेटजी है. अलउला में  स्थित हिजरा आर्कियोलॉजिकल देश में UNESCO की प्रथम वर्ल्ड हैरिटेज साइट में से एक है.  क्राउन प्रिंस ने साल 2023 में अलउला को टूरिज्म साइट के रूप में विकसित करने का एक विजन लॉन्च किया था.  बता दें कि अलउला को शापित शहर कहा जाता है. एक समय पर यहां मुसलमानों को जाने की अनुमति नहीं थी. पैगंबर साहब ने ही इस रेगिस्तानी शहर को श्राप दिया था.  

ये भी पढ़ें- NDA के दोनों हाथों में आया 'लड्डू'! राज्यसभा में एक इस्तीफे ने कैसे बढ़ा दी 'पावर', समझें पूरा गणित

सऊदी और इटली के संबंध 
बता दें कि सऊदी अरब मिडिल ईस्ट के बाकी देशों के मुकाबले इटली का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है. साल 2023 में दोनों देशों के मध्य ट्रेड एक्सचेंज की कीमत तकरीबन 10,796 बिलियन डॉलर तक थी. वहीं इटली ने सऊदी से 5.875 बिलियन डॉलर का निर्यात किया था. इसके अलावा सऊदी अरब में इटली की 100 से अधिक कंपनियां भी चल रही हैं. 

Trending news