हाथों में नीले-पीले झंडे, थके चेहरे...नए साल से पहले रूस-यूक्रेन ने छोड़े एक दूसरे के सैनिक, कब थमेगी जंग?
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हाथों में नीले-पीले झंडे, थके चेहरे...नए साल से पहले रूस-यूक्रेन ने छोड़े एक दूसरे के सैनिक, कब थमेगी जंग?

Russia Ukraine War: पिछले तीन वर्षों से रूस और यूक्रेन आपस में जंग लड़ रहे हैं. हाल ही में दोनों देशों ने एक बार फिर एक दूसरे के देश के फौजियों को रिहा किया है. इसका वीडियो खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जो काफी भावुक कर देने वाला है. 

हाथों में नीले-पीले झंडे, थके चेहरे...नए साल से पहले रूस-यूक्रेन ने छोड़े एक दूसरे के सैनिक, कब थमेगी जंग?

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन एक लंबे अरसे से जंग के हालात से गुजर रहे हैं. हाल ही में खबर आई है कि रूस और यूक्रेन ने जंग बंदियों की अदला-बदली की है जिसमें सैकड़ों कैदियों को रिहा किया गया है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कैदियों की अदला-बदली का यह समझौता संयुक्त अरब अमीरात की मदद से किया गया है. 

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि कैदियों की अदला-बदली में सैन्यकर्मी, सीमा रक्षक, राष्ट्रीय रक्षक और दो नागरिकों समेत कुल 189 यूक्रेनी कैदियों को रिहा किया गया है. उन्होंने अदला-बदली में मदद के लिए यूएई को धन्यवाद दिया. रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस अदला-बदली के तहत 150 रूसी सैनिकों को कैद से मुक्त किया गया. प्रत्येक पक्ष ने 150 लोगों को रिहा किया, हालांकि तादाद में अंतर का कारण तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया. 

ज़ेलेंस्की ने एक बयान में कहा,'हम सभी को रूसी कैद से मुक्त कराने के लिए काम कर रहे हैं. हम किसी को नहीं भूलते.' उन्होंने बस में बैठे यूक्रेनी सैनिकों की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें से कुछ ने देश के नीले और पीले रंग के झंडे पकड़े हुए थे. ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी कैद से आजाद हुए लोगों में ओडेसा के काला सागर बंदरगाह के पास स्नेक द्वीप के रक्षक शामिल थे, जिस पर रूस ने अपने आक्रमण के शुरुआती दिनों में कब्ज़ा कर लिया था. साथ ही इनमें वे सैनिक भी शामिल थे जिन्होंने मारियुपोल शहर की रक्षा की थी.

मारियुपोल शहर पर लगभग तीन महीने की घेराबंदी के बाद जंग की शुरुआत में मास्को की फौज ने कब्ज़ा कर लिया था. ज़ेलेंस्की ने कहा,'रूसी कैद से हमारे लोगों की वापसी हम सभी के लिए हमेशा बहुत अच्छी खबर होती है. आज हमारी टीम 189 यूक्रेनी लोगों को घर वापस लाने में कामयाब रही.' मॉस्को में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी फौजियों को पहले रूस के पड़ोसी और सहयोगी बेलारूस के इलाके में ले जाया गया, जहां उन्हें रूस जाने से पहले 'मनोवैज्ञानिक और चिकित्सा सहायता' दी गयी. 

रूस और यूक्रेन ने लगभग तीन साल के युद्ध के दौरान दर्जनों बार इस प्रकार कैदियों का आदान-प्रदान किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को ही ऐलान किया है कि उनका देश यूक्रेन को लगभग 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर के अतिरिक्त हथियार भेजेगा. उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी हासिल करने से पहले कीव को रूस से लड़ने में मदद करने के लिए अपने पास मौजूद सारे धन को खर्च करने के लिए तेज़ी से काम कर रहा है.

(इनपुट-एपी)

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