Russia-Vietnam Deal: चीन की अक्ल अब आएगी ठिकाने.. पुतिन ने ड्रैगन के बगल में कर दिया बड़ा खेला, जिनपिंग का नहीं चला जोर!
Advertisement
trendingNow12603068

Russia-Vietnam Deal: चीन की अक्ल अब आएगी ठिकाने.. पुतिन ने ड्रैगन के बगल में कर दिया बड़ा खेला, जिनपिंग का नहीं चला जोर!

Russia-Vietnam Relations: चीन के पड़ोस में रूस ने बड़ा खेला कर दिया है. पुतिन ने ऐसा कूटनीतिक दांव चला है जिससे बीजिंग की नाराजगी बढ़ना तय है. रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन ने वियतनाम की यात्रा के दौरान ऐसी डील की है जिसस ड्रैगन बेचैन हो उठेगा.

Russia-Vietnam Deal: चीन की अक्ल अब आएगी ठिकाने.. पुतिन ने ड्रैगन के बगल में कर दिया बड़ा खेला, जिनपिंग का नहीं चला जोर!

Russia-Vietnam Relations: चीन के पड़ोस में रूस ने बड़ा खेला कर दिया है. पुतिन ने ऐसा कूटनीतिक दांव चला है जिससे बीजिंग की नाराजगी बढ़ना तय है. रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन ने वियतनाम की यात्रा के दौरान ऐसी डील की है जिसस ड्रैगन बेचैन हो उठेगा. दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हए. वियतनाम और रूस के रिश्ते ऐतिहासिक रूप से मजबूत रहे हैं. लेकिन चीन और वियतनाम के बीच तनावपूर्ण संबंधों के चलते यह घटनाक्रम चीन के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.

वियतनाम ने की रूस की तारीफ

वियतनाम के राष्ट्रपति लुओंग कुओंग ने रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन से मुलाकात के दौरान रूस और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जमकर तारीफ की. उन्होंने रूस की आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता, नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में उसकी मजबूत स्थिति को सराहा. वियतनाम ने रूस को अपने प्रमुख साझेदारों में से एक बताया और इस यात्रा को दोनों देशों के 75 साल पुराने राजनयिक संबंधों का जश्न मनाने का बेहतरीन तरीका कहा.

दक्षिण चीन सागर में रूस की सक्रियता

रूस ने दक्षिण चीन सागर में वियतनाम की तेल संपत्तियों में निवेश किया है. यह क्षेत्र चीन के लिए संवेदनशील है क्योंकि वह इस पर अपना दावा करता है. रूस और वियतनाम के बीच बढ़ता यह सहयोग न केवल चीन के क्षेत्रीय दावों को चुनौती देता है बल्कि उसकी कूटनीतिक स्थिति को भी कमजोर करता है.

उड़ानों और पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना

रूस और वियतनाम ने आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है. इस कदम से न केवल दोनों देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि उनके व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध भी मजबूत होंगे.

चीन के लिए क्यों है यह चिंता का विषय?

चीन को यह डर सता रहा है कि रूस उसके पड़ोस में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है. उत्तर कोरिया, म्यांमार और अब वियतनाम में रूस की सक्रियता बीजिंग के लिए नई चुनौती बन सकती है. यह स्पष्ट है कि रूस अपनी कूटनीति के जरिए चीन के प्रभाव क्षेत्र में दखल दे रहा है. एक्सपर्ट्स की मानें तो रूस और वियतनाम का यह गठजोड़ चीन के लिए क्षेत्रीय राजनीति में एक बड़ा झटका साबित हो सकता है. रूस का दक्षिण चीन सागर में निवेश और वियतनाम के साथ उसके गहरे होते संबंध चीन की सामरिक स्थिति को कमजोर कर सकते हैं.

TAGS

Trending news