Khalistan Protest In UK: भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर लंदन में हाई कमिशन के बाहर खालिस्तानी समर्थक तिरंगे का अपमान करने लगे. इस दौरान उन्हें भारतीय प्रवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा.
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Khalistan Protest In UK: गणतंत्र दिवस के मौके पर लंदन में हाई कमिशन के बाहर खालिस्तानी समर्थकों को भारतीय प्रवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा. न्यूज एजेंसी 'ANI' के मुताबिक भारतीय प्रवासी दूतावास के बाहर गणतंत्र दिवस मनाने के लिए निकले थे. उस दौरान उन्होंने कुछ खालिस्तानी समर्थकों को भारत और इसकी अखंडता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए देखा.
तिरंगे का अपमान कर रहे थे खलिस्तानी
एक भारतीय प्रवासी ने कहा,' हम भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडियन हाईकमिशन के पास झंडा फहराने के लिए आए थे. इस दौरान हमने देखा कि खालिस्तानी बाहर खड़े होकर तिरंगे का अपमान कर रहे थे. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि उनकी इन हरकतों से हमें या हमारे देश को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. भले ही यहां हमारी संख्या कम है, लेकिन हमारा हौसला उनसे कहीं ज्यादा है.'
#WATCH | London, UK: Protest by a pro-Khalistan mob outside the Indian High Commission in London was met with counter-protest from the Indian diaspora. pic.twitter.com/emR6UumK0D
— ANI (@ANI) January 26, 2025
एक दूसरे भारतीय प्रदर्शनकारी ने कहा,' हम अपनी आखिरी सांस तक लड़ेंगे.' वीडियो में एक तरफ खलिस्तानियों का झुंड गली-गली में शोर है कह रहा है तो वहीं एक अन्य भारतीयों का झंड खालिस्तानी चोर हैं का नारा लगा रहे हैं.
'इमरजेंसी' के खिलाफ हुआ प्रदर्शन
इससे पहले विदेश मंत्रालय की ओर से एक्ट्रेस कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कुछ खालिस्तानी समर्थकों की ओर से ब्रिटेन के कुछ सिनेमाघरों में की गई तोड़फोड़ की तरफ ध्यान दिया गया था. इसको लेकर मंत्रालय ने ब्रिटिश सरकार से भारत विरोधी ताकतों के हिंसक विरोध प्रदर्शन और धमकी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी.
विदेश मंत्रालय ने जताई चिंता
घटना को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा,' हम हम भारत विरोधी तत्वों द्वारा हिंसक विरोध और धमकी की घटनाओं के बारे में ब्रिटिश सरकार के सामने लगातार चिंता व्यक्त कर रहे हैं, बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी को चुनिंदा रूप से लागू नहीं किया जा सकता है. इसमें बाधा डालने वालों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.' उन्होंने कहा,' हमें उम्मीद है कि ब्रिटेन की ओर से इन लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. वहीं लंदन में स्थित हमारा उच्चायोग हमारे समुदाय के लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए नियमित रूप से उनके संपर्क में रहता है. उम्मीद करते हैं कि ब्रिटेन की तरफ से इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी.'