कई दिनों से शांत गाजा की धरती पर एक बार फिर से तबाही का खतरा बढ़ गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की लास्ट वार्निंग के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी हमास को मिटाने के साथ गाजा का नामोनिशान मिटा देने की धमकी दी है.
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Middle East News: कई दिनों से शांत गाजा की धरती पर एक बार फिर से तबाही का खतरा बढ़ गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की लास्ट वार्निंग के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी हमास को मिटाने के साथ गाजा का नामोनिशान मिटा देने की धमकी दी है. अपनी आखिरी चेतावनी में नेतन्याहू ने साफ-साफ कह दिया है कि अगर हमास शनिवार की दोपहर तक उसके तीन बंधकों को रिहा नहीं करता है, तो इजराइली सेना गाजा पट्टी का पहले से भी बुरा हाल करते हुए जंग छेड़ देगी.
नेतन्याहू ने इजराइली सेना को गाजा पट्टी के अंदर और उसके आसपास के क्षेत्रों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का आदेश भी दिया है. उनका यह आदेश चरमपंथी समूह हमास द्वारा बंधकों की शनिवार को प्रस्तावित रिहाई को टालने की धमकी दिए जाने के बीच आया है.
धमकी को हल्के में न ले हमास: नेतन्याहू
इजराइल के एक अधिकारी ने बताया कि नेतन्याहू ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि “अगर हमास शनिवार को बंधकों को रिहा नहीं करता है, तो वे हर स्थिति के लिए तैयार रहें.” हमास की धमकी के कारण इजराइल और चरमपंथी समूह के बीच गाजा पट्टी में 15 महीने से अधिक समय से जारी युद्ध को रोकने के लिए लागू संघर्ष-विराम समझौता खतरे में पड़ गया है. इस समझौते के तहत हमास सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों के बदले अब तक 21 इजराइली बंधकों को रिहा कर चुका है. हालांकि, सोमवार को उसने कहा कि समझौते के तहत गाजा पट्टी में पर्याप्त राहत सामग्री नहीं पहुंचाई जाने के कारण वह तीन और बंधकों की रिहाई टाल रहा है.
ट्रंप दे चुके हैं अंजाम भुगतने की धमकी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि हमास को शनिवार दोपहर तक बंधक बनाए गए सभी लोगों को रिहा कर देना चाहिए. अगर फिलिस्तीनी ग्रुप ऐसा नहीं करता है तो वह इजरायल-हमास युद्धविराम को रद्द करने का प्रस्ताव रखेंगे. ओवल ऑफिस में पत्रकारों के साथ विस्तृत चर्चा में ट्रंप ने 8 जनवरी को हमास द्वारा रिहा किए गए तीन बंधकों की कमजोर शारीरिक हालत और फिलिस्तीनी ग्रुप की तरफ से बंधकों की रिहाई रोकने की घोषणा पर निराशा व्यक्त की.
आपको बताते चलें कि गाजा सीजफायर समझौते के तहत हमास को इजरायली बंधकों को रिहा करना है जिसके बदले में इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा. अब तक पांच बार बंधकों-कैदियों की अदला-बदली हो चुकी है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'जहां तक मेरा सवाल है, अगर शनिवार 12 बजे तक सभी बंधकों को वापस नहीं लौटाया जाता है, तो मैं कहूंगा कि इसे रद्द कर दिया जाए और सभी दांव बंद कर दिए जाएं और तबाही मचने दी जाए. उन्हें शनिवार 12 बजे तक बंधकों को वापस लौटा दिया जाना चाहिए.' ट्रंप ने कहा कि वे चाहते हैं कि बंधकों को एक साथ रिहा किया जाए, न कि कुछ को एक बार में, 'हम चाहते हैं कि सभी वापस आ जाएं.'
ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर जॉर्डन और मिस्र गाजा से हटाए जाने वाले फिलिस्तीनी शरणार्थियों को नहीं लेंगे तो वे उन्हें दी जाने वाली सहायता रोक सकते हैं. ट्रंप इस सिलसिले में मंगलवार को जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला से मुलाकात करेंगे. उनकी ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब ट्रंप के इस प्रस्ताव पर कुछ असमंजस की स्थिति है कि एक बार लड़ाई बंद हो जाने के बाद गाजा पर अमेरिका का कब्जा हो जाएगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके प्रस्ताव के तहत फिलिस्तीनियों को गाजा पट्टी पर वापस लौटने का अधिकार नहीं होगा. इस तरह उन्होंने अपने ही अधिकारियों के उस बयान का खंडन किया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि गाजा के लोगों को केवल अस्थायी रूप से ही हटाया जाएगा. (एजेंसी इनपुट के साथ)