आंखें धंस गईं, शरीर में सिर्फ हड्डी ही हड्डी... पत्नी, 2 बेटियों के पास लौटने की थी खुशी, लेकिन हमास की भयावहता से थे अनजान
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आंखें धंस गईं, शरीर में सिर्फ हड्डी ही हड्डी... पत्नी, 2 बेटियों के पास लौटने की थी खुशी, लेकिन हमास की भयावहता से थे अनजान

Israel News: हमास ने इजरायली बंधक एली शरबी को शनिवार को 491 दिनों बाद रिहा कर दिया. वो अपनी पत्नी और दो बेटियों से मिलने के लिए बेताब थे. लेकिन वो जैसे ही कैद से घर वापस लौटे उनके पैरों के तले से जमीन खिसक गई. उन्हें नहीं मालूम था कि उनकी दोनों बेटियां और पत्नी की उस मनहूस रात को हमास के हमले में मौत हो चुकी है.  

 

आंखें धंस गईं, शरीर में सिर्फ हड्डी ही हड्डी... पत्नी, 2 बेटियों के पास लौटने की थी खुशी, लेकिन हमास की भयावहता से थे अनजान

Israel News: इजरायल और हमास के बीच सीजफायर लागू होने बंधकों और कैदियों से को रिहा करने का सिलसिला जारी है. सीजफायर समझौते के तहत 491 दिनों तक हमास की कैद में रहने के बाद एली शरबी को शनिवार सुबह आज़ाद कर दिया गया, लेकिन उनकी ये वापसी एक गहरे दुख के साथ हुई. दरअसल, उन्हें यह पता नहीं था कि 7 अक्टूबर 2023 के हमास हमले में उनकी पत्नी और दो बेटियों की मौत हो चुकी है.

रिहाई के बाद जब उन्होंने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि मैं अपनी पत्नी और बेटियों के पास लौट रहा हूं.' तब तक उन्हें इस भयावह सच्चाई की जानकारी नहीं थी. उनकी पत्नी लीन, 16 साल की बेटी नोया और 13 साल की बेटी याहेल की उनके घर किबुत्ज़ बे'एरी में हत्या कर दी गई थी. इतना ही नहीं, उनकी कैद के दौरान उनके भाई योसी शरबी की भी मौत हो गई और अब तक उनका शव गाजा में ही है.

तीन बंधकों की रिहाई, 183 फिलिस्तीनी कैदियों को मिली आज़ादी
एली शरबी को संघर्षविराम समझौते के तहत हुए कैदी विनिमय कार्यक्रम में ओहद बेन अमी और ओर लेवी के साथ रिहा किया गया. इसके बदले में, इज़रायल ने 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया. एली शरबी के परिवार ने उनकी कमजोर हालत पर गहरी चिंता जताई. उनके भाई शेरोन शरबी ने कहा, 'हमने अपने परिवार के चार सदस्यों को खो दिया है. अब हमारे शबात (यहूदी पर्व) के खाने की मेज पर पांच कुर्सियां खाली रहेंगी. चार पर तो अब कभी कोई नहीं बैठेगा.'

इज़रायली हमले में हजारों की मौतें
इसी बीच, इज़रायल के पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने यह स्वीकार किया कि 7 अक्टूबर हमले के दौरान उन्होंने विवादित 'हेनिबल डाइरेक्टिव' लागू करने की इजाजत दी थी. इस सैन्य नीति के तहत, बंधकों को दुश्मन के कब्जे में जाने से रोकने के लिए बल प्रयोग किया जा सकता है, भले ही इससे बंधकों की जान चली जाए. गाजा में इज़रायली हमलों में कम से कम 47,000 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.

सीजफायर समझौते के तहत कैदियों की रिहाई
19 जनवरी से लागू संघर्षविराम के तहत अब तक 21 बंधकों और 566 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जा चुका है. इस समझौते के पहले फेज के अंत तक 33 बंधकों और 1,900 कैदियों की रिहाई की उम्मीद है.

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