European Union: हिजबुल्लाह और इजरायल का युद्ध पूरी दुनिया के लिए सिरदर्द बन चुका है. यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख ने कहा है कि युद्ध विराम के लिए दबाव बनाना बेहद जरूरी हो चुका है.
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Hezbollah and Israel War: लेबनान-इजराइल का युद्ध निर्णायक चरण में पहुंच चुका है लेकिन अब भी यह नहीं कहा जा सकता है कि ये युद्ध कब खत्म होगा. यूरोपीय संघ (ईयू) के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा है कि हिजबुल्लाह और इजरायल पर युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकाराने का दबाव बनाना चाहिए. उन्होंने लेबनानी सेना को 200 मिलियन डॉलर देने का वादा किया है. बोरेल ने रविवार को लेबनानी सदन के अध्यक्ष नबीह बेरी के साथ बेरूत में अपनी बैठक के बाद यह बयान दिया.
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हम नहीं रह सकते निष्क्रिय
यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख ने कहा कि जो कुछ हो रहा है, उसके सामने अंतरराष्ट्रीय समुदाय निष्क्रिय नहीं रह सकता. उन्होंने ऐलान किया कि यूरोपीय संघ लेबनानी सेना का समर्थन करने के लिए 200 मिलियन डॉलर आवंटित करने को तैयार है.
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दबाव डालना जरूरी
बोरेल ने लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से भी मुलाकात की, जिन्होंने लेबनान पर इजरायल के 'आक्रमण' को रोकने और युद्ध विराम पर पहुंचने के लिए दबाव डालने की जरुरत पर बल दिया. मिकाती ने कहा, "लेबनान राजनीतिक और आर्थिक रूप से मदद करने और सभी क्षेत्रों में सेना की भूमिका को मजबूत करने के लिए यूरोपीय समर्थन पर भरोसा कर रहा है. "
हिजबुल्लाह के चीफ समेत कई कमांडर्स की मौत
इजरायली सेना 23 सितंबर से लेबनान पर एयर स्ट्राइक कर रही है. उसने सीमा पार एक 'सीमित' जमीनी अभियान भी चलाया है, जिसका उद्देश्य कथित तौर पर हिजबुल्लाह को कमजोर करना है. इजरायली हमलों में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह समेत कई कमांडरों की मौत हो गई और उसके कई ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है.
हालांकि लेबनानी ग्रुप भी इजरायल पर मिसाइलें दाग कर पलटवार कर रहा है. एक लेबनानी सुरक्षा सूत्र के अनुसार, रविवार तक, 8 अक्टूबर 2023 को इजरायल-हिजबुल्लाह संघर्ष की शुरुआत के बाद से लेबनानी सेना में मरने वालों की संख्या 41 तक पहुंच गई है. (आईएएनएस)