Trump and Gaza: ट्रंप ने दुश्मन को मिटाने के लिए 900 किलो का बम, मिसाइलें और अन्य मिलिट्री साजो सामान इजरायल पहुंच दिया है. इस खेप में मौजूद हथियारों की संख्या इतनी ज्यादा है कि 2000 किलोमीटर दूर ईरानी फौज के जनरलों का दिल दहल गया है.
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Israel Hamar war West Asia News: गाजा हो या हमास सबकी शामत आने वाली है. ऐसा लगता है कि अमेरिका ने फाइनल असाल्ट का प्लान बना लिया है. दरअसल बंधको को छोड़ने की आखिरी मियाद शनिवार दोपहर थी. हमास वालों ने ऐसा नहीं किया ऐसे में डोनाल्ट ट्रंप ने 900 किलो बम और अन्य जंगी असलहा इजरायल पहुंचा दिया. इजरायल को मिली इस खेप से न सिर्फ गाजा एक खाली वीरान प्लाट में तब्दील हो जाएगा, बल्कि वहां कभी पेड़ पौधे या वनस्पति उग पाएगी ये एक बड़ा सवाल बन गया है.
ट्रंप और बाइडेन में जमीन-आसमान का अंतर, दलों की पॉलिसी से समझिए
अमेरिका की राजनीति दो दलीय और दो ध्रुवीय है. बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी उदारवादी उत्तरमार्गी तो ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी धुर दक्षिणपंथी. बाइडेन यूक्रेन को हथियार और पैसा देकर पोस रहे थे तो हमास को जड़ से मिटाने की कसम खाने वाले इजरायल को डांट डपट रहे थे. इसी कड़ी में उन्होंने इजरायल को हथियारों की खेप रोक दी थी. बाइडेन, पाकिस्तान के लिए भी उदार थे, उसे फंड और कर्ज देने से उन्हें कोई दिक्कत न थी. बाइडेन डब्लूएचओ (WHO) की फंड बढ़ाते थे, नाटो देशों की रक्षा के लिए फंड देते थे लेकिन ट्रंप ने डेमोक्रेट्स की कथित परवरिश वाली दुकान को अमेरिकी टैक्स पेयर्स के पैसों की बर्बादी बताते हुए बंद कर दिया.
बाइडेन ने रोक रखी थी खेप
अमेरिका से भारी बमों की खेप, इजरायल पहुंच गई है. रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बाइडेन प्रसाशन ने इस खेप को रोक दिया था. इजरायली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एमके-84 2,000-पाउंड के बमों से लदा एक जहाज शनिवार रात को अशदोद बंदरगाह पहुंचा. जहाज के बंदरगाह पहुंचने के बाद बमों को दर्जनों ट्रकों में लादकर इजरायली एयरबेस ले जाया गया.
इजरायल बोला 'शुक्रिया'
रक्षा मंत्री काट्ज ने बमों के आने पर खुशी जताते हुए कहा, 'ट्रंप प्रशासन की ओर से जारी की गई गोला-बारूद की खेप शनिवार रात इजरायल पहुंच गई. यह वायु सेना और इजरायल डिफेंस सोर्सेज (IDF) की अनमोल प्रॉपर्टी है. ये इजरायल और अमेरिका के मजबूत गठबंधन का नया सबूत है. हम शुक्रगुजार हैं.'
मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर 2023 में युद्ध की शुरुआत के बाद से, 678 परिवहन विमानों और 129 जहाजों के माध्यम से 76,000 टन से अधिक सैन्य उपकरण इजरायल पहुंचे हैं, जिनमें अधिकांश अमेरिका से आए हैं.
छठा सबसे भारी बम 900 KG वजन
MK-84 (मार्क-84) या BLU-117, 2,000 पाउंड (900 किलोग्राम) का अमेरिकी एयरक्राफ्ट बम है. यह मार्क 80 सीरीज के हथियारों में सबसे बड़ा है. वियतनाम युद्ध के दौरान सेवा में आने के बाद, से इसका इस्तेमाल अमेरिका ने आमतौर पर किया है. ये फिलहाल अमेरिका का छठा सबसे भारी बम है.
ट्रंप ने 25 जनवरी को कहा था कि उन्होंने अमेरिकी सेना को निर्देश दिया था कि वो पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा इजरायल को 2,000 पाउंड के बमों की आपूर्ति पर लगाई गई रोक को हटा दें. ट्रंप ने कहा था, 'हमने उन्हें (बम) रिलीज कर दिए, वो उन्हें अपने पास रखेंगे. उन्होंने उसके लिए पैसा दिया था. वो लंबे समय से शिपमेंट का इंतजार कर रहे थे.'
पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन ने बमों की डिलीवरी पर रोक लगा दी थी क्योंकि उन्हें चिंता थी कि ये फिलिस्तीनी एन्क्लेव में इजरायल के युद्ध के दौरान नागरिक आबादी, विशेष रूप से गाजा के राफा में, इस्तेमाल हो सकते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक बाइडेन प्रशासन ने 7 अक्टूबर, 2023 इजरायल पर हमास हमले के बाद इजरायल को हजारों 2000 पाउंड के बम भेजे थे, लेकिन एक शिपमेंट रोक कर रखी थी. (IANS)