क्या लापता होने के तुरंत बाद फट गई थी पनडुब्बी? 'Titanic' फिल्म के निर्देशक जेम्स कैमरून का बड़ा बयान
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क्या लापता होने के तुरंत बाद फट गई थी पनडुब्बी? 'Titanic' फिल्म के निर्देशक जेम्स कैमरून का बड़ा बयान

Missing Titanic Submarine: 1997 की विश्व प्रसिद्ध ‘टाइटैनिक’  फिल्म के निर्माता-निर्देशक ने कहा कि वह 1912 में इस ऐतिहासिक जहाज के डूबने की घटना और हाल में इसका मलबा देखने के लिए एक सबमर्सिबल पर सवार होकर गए यात्रियों की मौत के बीच समानताओं से हैरान हैं.

क्या लापता होने के तुरंत बाद फट गई थी पनडुब्बी? 'Titanic'  फिल्म के निर्देशक जेम्स कैमरून का बड़ा बयान

Titanic Tourist Submarine: 'टाइटैनिक' के निदेशक और गहरे समुद्र के खोजकर्ता जेम्स कैमरून ने कहा कि उन्हें संदेह था कि सतह समर्थन जहाज [Surface Support Ship] के साथ संपर्क टूटने के तुरंत बाद सबमर्सिबल फट गया है. कैमरून, जो अनुसंधान और पर्यटन के लिए सबमर्सिबल बनाने वाली कंपनी ट्राइटन सबमरीन के आंशिक मालिक भी हैं, ने कहा कि वह अपने स्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं.

रॉयटर्स ने कैमरून के हवाले के कहा, ‘हमें एक घंटे के भीतर पुष्टि मिली कि उसी समय एक जोरदार धमाका हुआ था जब सब कॉम टूट गए थे. हाइड्रोफोन पर एक जोरदार धमाका. ट्रांसपोंडर का नुकसान. कॉम का नुकसान. मुझे पता था कि क्या हुआ था. सब कॉम फट गया था.‘

पीटीआई भाषा के मुताबिक 1997 में विश्व प्रसिद्ध ‘टाइटैनिक’’ फिल्म के निर्माता-निर्देशक ने कहा कि वह 1912 में इस ऐतिहासिक जहाज के डूबने की घटना और हाल में इसका मलबा देखने के लिए एक सबमर्सिबल पर सवार होकर गए यात्रियों की मौत के बीच समानताओं से हैरान हैं.

इसे प्रमाणित किए जाने की आवश्यकता है
पीटीआई-भाषा के मुताबिक कैमरून ने कहा कि समुद्र संबंधी इंजीनियरिंग समुदाय के कई सदस्य इस पनडुब्बी को लेकर चिंतित थे. उन्होंने ‘एबीसी न्यूज’ को दिए एक इंटरव्य में कहा, ‘समुदाय के कई शीर्ष सदस्यों ने कंपनी को पत्र भी लिखा था कि वे जो कर रहे हैं वह यात्रियों को ले जाने के लिए काफी प्रयोगात्मक है और इसे प्रमाणित किए जाने की आवश्यकता है.‘

हॉलीवुड फिल्म निर्माता ने कहा, ‘मैं टाइटैनिक आपदा की समानताओं से हैरान हूं, जहां कैप्टन को उसके जहाज के आगे बर्फ के बारे में बार-बार आगाह किया गया था और फिर भी वह अंधेरे में बर्फ की चट्टानों पर पूरी गति के साथ चलता रहा. और इसके परिणामस्वरूप कई लोग मारे गए.’

यह बहुत विचित्र है
टाइटैनिक का मलबा देखने के लिए खुद 33 बार गहरे समुद्र में उतर चुके फिल्म निर्माता ने कहा कि यह ‘बहुत विचित्र’ है कि 100 साल से अधिक समय बाद उसी स्थान पर वैसी ही एक घटना हुई.

गौरतलब है कि गुरुवार को बचाव दलों को टाइटैनिक जहाज के मलबे के समीप सबमर्सिबल के बाहरी हिस्से मिले. इस पर्यटक पनडुब्बी का संचालन करने वाली कंपनी ओशियनगेट ने कहा कि ‘टाइटन’ नामक पनडुब्बी में सवार सभी पांच यात्रियों की मौत हो गई है.

टाइटैनिक दुनिया का सबसे बड़ा वाष्प इंजन चालित यात्री जहाज था. अप्रैल 1912 में अटलांटिक महासागर में अपनी पहली यात्रा पर रवाना होने के चार दिन बाद यह एक हिम शैल से टकराने के बाद डूब गया था. पिछले साल रोड आइलैंड के तट के पास इस जहाज का मलबा पाया गया था.

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