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Meta ने इस हफ्ते एक और दौर की छंटनी की है, जिसमें लगभग 4,000 कर्मचारियों को निकाल दिया गया है. इस फैसले ने कई कर्मचारियों को चौंका दिया है, खासकर वे जो पिछले साल अच्छे प्रदर्शन के बावजूद अपनी नौकरी गंवा चुके हैं. कंपनी की इस रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस से कर्मचारियों के बीच असमंजस और नाराजगी का माहौल बन गया है. Business Insider की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कई कर्मचारियों ने खुलासा किया कि 2024 के मध्य में उन्हें “At or Above Expectations” (उम्मीदों के अनुरूप या उससे बेहतर) रेटिंग दी गई थी. लेकिन जब साल के अंत में रिव्यू हुआ, तो उनकी रेटिंग को “Meets Most” (ज्यादातर उम्मीदों पर खरा) में बदल दिया गया. इसी वजह से वे छंटनी के दायरे में आ गए.
5% लोगों को झटका
Meta पहले ही अपने मैनेजर्स को कंपनी के 5% सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को हटाने का निर्देश दे चुका था. लेकिन कुछ आंतरिक दस्तावेजों से पता चला कि यदि केवल कमजोर प्रदर्शन करने वालों को हटाने से लक्ष्य पूरा नहीं होता, तो मैनेजर्स को बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को भी निकालने की छूट दी गई थी. यह जानकारी कर्मचारियों के साथ शेयर नहीं की गई थी, जिससे अचानक नौकरी खोने वालों को बड़ा झटका लगा.
कर्मचारियों की नाराजगी
एक निकाले गए कर्मचारी ने कहा, 'जब मुझे छंटनी का ईमेल मिला, तो मैं चौंक गया क्योंकि मेरा प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है. पिछले छह महीनों में मेरे प्रदर्शन को लेकर कोई समस्या नहीं थी.' एक अन्य कर्मचारी ने भी यही चिंता जाहिर की कि उनके मैनेजर ने कभी संकेत नहीं दिया था कि उनकी नौकरी खतरे में है. उन्होंने कहा, 'मुझे हमेशा अच्छे प्रदर्शन की प्रतिक्रिया मिलती रही थी.'
एक कर्मचारी ने नाराजगी जताते हुए कहा, 'Meta यह कह रहा है कि वे सिर्फ कमजोर प्रदर्शन करने वालों को निकाल रहे हैं, लेकिन सच्चाई इससे अलग है. हमें नौकरी से हटाया गया, इसका मतलब यह नहीं कि हम खराब कर्मचारी थे.' एक अन्य कर्मचारी ने कहा, 'मैं Meta के इस दावे को चुनौती दूंगा कि वे सिर्फ कमजोर प्रदर्शन करने वालों को निकाल रहे हैं. मेरी पिछले रिव्यूज को देखें, तो मैं कभी खराब प्रदर्शन करने वालों की सूची में नहीं था.'
क्या है कंपनी का प्लान?
Meta की यह छंटनी CEO Mark Zuckerberg के उस फैसले का हिस्सा है, जिसमें वे कंपनी की कार्यक्षमता को बेहतर और कॉम्पैक्ट बनाना चाहते हैं. कंपनी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और वर्चुअल रियलिटी (VR) में अधिक निवेश कर रही है. इसी वजह से Meta मशीन लर्निंग इंजीनियर्स को भर्ती करना चाहता है, लेकिन दूसरी ओर अपने कर्मचारियों की संख्या को सीमित कर रहा है.