Mark Zuckerberg ने Meta में ऐसा नियम बनाया है जिसकी वजह से कर्मचारियों के पोस्ट डिलीट हो रहे हैं. फेसबुक की इंटरनल पॉलेसी पर कर्मचारियों का गुस्सा फूट गया है. कंपनी की CEE वॉच पॉलेसी को लेकर कर्मचारियों ने टिप्पणी की है.
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फेसबुक की मूल कंपनी मेटा के कर्मचारी कंपनी के इंटरनल वर्कप्लेस प्लेटफॉर्म पर सेंसरशिप और अनक्लियर मॉडरेशन के बारे में चिंता जता रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि उनके पोस्ट और कमेंट्स को बिना किसी स्पष्ट कारण के हटा दिया गया है.
क्या है सीईई वॉच
ऐसे मामलों की निरानी और मॉडरेशन में अधिक ट्रांसपेरेंसी के लिए 'सीईई वॉच' (CEE Watch) का गठन कंपनी ने 2022 में किया गया था. बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने Community Engagement Expectations (सीईई) का गठन राजनीति और स्वास्थ्य सहित कई संवेदनशील विषयों पर चर्चा करने के लिए किया.
पोस्ट और कमेंट्स को बिना किसी स्पष्ट कारण से हटाने की वजह कर्मचारियों ने कंपनी के CEE वॉच नियम बताए हैं. कर्मचारियों ने इसका इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. CEE वॉच पेज पर एक पोस्ट में कहा गया है कि CEE की भाषा जानबूझकर अस्पष्ट है और हम यह नहीं जान सकते कि इसे कैसे लागू किया जा रहा है. जब तक कि इस बारे में खुले तौर चर्चा ना हो.
मेटा के कर्मचारी कंपनी के इंटरनल वर्कप्लेस प्लेटफॉर्म पर कंटेंट मॉडरेशन पॉलेसी की आलोचना कर रहे हैं. साथ ही सेंसरशिप और ट्रांसपेरेंसी की कमी का आरोप लगा रहे हैं. कई कर्मचारियों ने उनके पोस्ट और कमेंट को हटाए जाने की सूचना दी. इस वजह इस मामले पर बहस छिड़ी हुई है.
कर्मचारियों को फेसबुक के खिलाफ फूटा गुस्सा
एक कर्मचारी ने बताया कि पिछले साल फिलिस्तीनियों से संबंधित कई पोस्ट हटा दिए गए थे, जिससे यह सवाल उठता है कि कर्मचारी कार्यस्थल पर "acceptable forms of identity" के बारे में चर्चा कैसे कर सकते हैं? कर्मचारी अब इन नीतियों को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं, कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मुद्दा बता रहे हैं.
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