महिलाओं की खेल जगत में हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है. भारतीय महिलाएं विश्व भर में अपनी जीत का परचम लहरा रही हैं. भारतीय महिला खिलाड़ियों का नाम दुनिया के टॉप रैंकिंग खिड़ालियों में शुमार हो रहा है.
हिमा दास भारतीय रेसर हैं जिन्होनें सिर्फ 20 साल की उम्र में वो कर दिखाया जो शायद हम लोगों के लिए किसी सपने जैसा हो सकता है. हिमा दास ने मात्र 19 साल के उम्र मे 5 गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिए और ऐसा करने वाली वह भारत की पहली महिला हैं. हिमा दास को भारत की उड़न परी भी कहा जाता है.
भारत की ऐसी महिला एथिलिट जिसके चर्चे विश्व भर में गूंजते हैं. बॉक्सिंग रिंग में अपने बेहतरीन प्रर्दशन के लिए मैरी कॉम को 6 विश्व खिताब मिल चुकें हैं. मैरी कॉम वह महिला खिलाड़ी है जिसका पूरा विश्व लोहा मानता हैं. इस महिला खिलाड़ी ने मां बनने के बाद भी रिंग में वापसी की और कई खिताब जीते.
2016 में ओलंपिक की कुश्ती के इतिहास में पहली बार ऐसा था जब भारत के हिस्से कोई पदक आया था. साक्षी मलिक ने पहली बार ओलंपिक कुश्ती में कांस्य पदक जीता वह ऐसा करने भारत की पहली महिला थी जिनके हिस्से कुश्ती में कोई पदक आया था.
2024 के पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में दो कांस्य पदक जीते. दो कांस्य पदक एक साथ जितने वाली मनु भाकर भारत की पहली महिला हैं. मनु भाकर को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
2012 में साइना नेहवाल ने भारत के लिए कांस्य पदक जीता और यह बैडमिंटन में भारत का पहला पदक था. साइना नेहवाल का ये पदक उन लोगों के लिए मिसान बन गया जिन्होंनें कभी सपना देखा था कि वो भी भारत के लिए खेलेंगे. उन्होंने राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेल सहित कई और प्रतियोगिताओं में भी पदक जीतकर भारतीय महिला खिलाड़ियो के लिए एक मिसाल कायम कर दी.
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