ब्रह्मांड डरा रहा है, ब्लैक होल से आ रहीं कान फोड़ देने वाली चीखें, NASA के ऑडियो से पसरा खौफ
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ब्रह्मांड डरा रहा है, ब्लैक होल से आ रहीं कान फोड़ देने वाली चीखें, NASA के ऑडियो से पसरा खौफ

नासा ने हाल ही में पर्सियस गैलेक्सी क्लस्टर के केंद्र में मौजूद ब्लैक होल की आवाजों को सुनने लायक बनाया है. जब ये आवाज आम लोगों ने सुनी तो बेहद डरानवी महसूस हुई. हालांकि असल में ये आवाजें इतनी धमी हैं कि इंसान इनको नहीं सुन पाता. 

ब्रह्मांड डरा रहा है, ब्लैक होल से आ रहीं कान फोड़ देने वाली चीखें, NASA के ऑडियो से पसरा खौफ

NASA: नासा ने हाल ही में ब्रह्मांड की एक डरावनी आवाज सुनाई है, जो एक विशाल ब्लैक होल से आई है. यह ब्लैक होल पर्सियस गैलेक्सी क्लस्टर के केंद्र में मौजूद है. पहली बार 2003 में वैज्ञानिकों ने इन ध्वनि तरंगों का पता लगाया था. ये तरंगें इतनी धीमी थीं कि इंसानी उन्हें नहीं सुन सकता था. सबसे कम पिच वाली ध्वनि, एक बी-फ्लैट, मिडिल सी से 57 ऑक्टेव्स नीचे थी और इसकी आवृत्ति 10 मिलियन वर्षों की थी. यह अब तक ब्रह्मांड में दर्ज सबसे धीमी पिच मानी गई है.

अब नासा ने इन तरंगों को 'सोनिफाई' किया है यानी उन्हें सुनने योग्य बनाया है. उन्होंने इन ध्वनियों की पिच को 57 और 58 ऑक्टेव्स तक बढ़ाया, ताकि इंसान इन्हें सुन सके. जब नासा की यह कोशिश कामयाब हुई तो एक डरावने अनुभव का एहसास किया गया और रहस्यमयी ध्वनि के रूप में सामने आया है, जिन्हें सुनने के बाद ऐसा लग रहा था जैसे ये ब्रह्मांडीय चीख हों. 

सुनिए ऑडियो

यह प्रक्रिया दिखाती है कि भले ही ध्वनि शून्य में यात्रा नहीं कर सकती लेकिन ब्लैक होल के चारों तरफ मौजूद घने गैस के बादलों के माध्यम से यह फैल सकती है. अब, पर्सियस क्लस्टर की ये भयानक आवाजें वैज्ञानिकों और आम लोगों की कल्पना को मंत्रमुग्ध कर रही हैं.

नासा के मुताबिक इस सोनिफिकेशन में, वैज्ञानिकों ने पहले से मौजूद ध्वनि तरंगों को निकाला और पहली बार उन्हें सुनने योग्य बनाया. इन तरंगों को ब्लैक होल के केंद्र से बाहर की तरफ 'रेडियल डायरेक्शन' में लिया गया. फिर इन संकेतों को इंसान की सुनने की क्षमता के दायरे में लाने के लिए 57 और 58 ऑक्टेव्स ऊपर बढ़ाया गया. आसान शब्दों में कहें तो इन आवाजों की मूल आवृत्ति को 144 क्वाड्रिलियन और 288 क्वाड्रिलियन गुना तेज किया गया.

नासा ने इस ध्वनि को एक ''रेडार स्कैन' के तौर पर तैयार किया है, जो अलग-अलग दिशाओं में तरंगों को सुनने का मौका देता है. इस डेटा की विजुअल इमेज भी है. जो नीले और बैंगनी रंग चंद्रा टेलीस्कोप के ज़रिए कैप्चर की गई एक्स-रे किरणों को दिखाता है. यह खोज ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने और उसकी गहराइयों को महसूस करने का एक अनोखा मौका देती है.

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