Mysterious Tree : भारत के कई मंदिर और धार्मिक स्थल कई चमत्कारों-रहस्यों के लिए मशहूर हैं. ऐसा ही एक मंदिर है, जहां ऐसे बरगद के पेड़ की पूजा होती है, जो सालों से हवा में लटका हुआ है. पेड़ का तना जड़ से कटकर अलग हो चुका है.
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Floating tree in India: आपने हवा में पत्तियां उड़ते हुए, पेड़ों की शाखाओं को तेजी से हिलते हुए देखा होगा लेकिन क्या पूरा का पूरा हवा में लटका हुआ देखा है. जी हां, आपने सही पढ़ा हवा में लटका हुआ या झूलता हुआ पेड़. जो जमीन पर अपनी जड़ों से कटकर ऊपर हवा में लटका हुआ है. यह रहस्यमयी पेड़ भारत के हरियाणा में स्थित है. यह अनोखा पेड़ हरियाणा के हांसी में है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं पेड़ को हवा में लटका हुआ देखकर आश्चर्यचकित रह जाते हैं.
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हवा में लटका भारी-भरकम बरगद का पेड़
हरियाणा के हांसी में समाधा मंदिर के पास स्थित इस पेड़ को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. यहां श्रद्धालु भी आते हैं और टूरिस्ट भी आते हैं. इस बरगद के पेड़ की जड़ें जमीन में हैं और पेड़ का मुख्य तना जड़ों से कुछ ऊपर हवा में है.
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रहस्यमयी पेड़ से जुड़ी 2 कहानियां
हवा में झूलते इस बरगद के पेड़ को लेकर 2 कहानियां खासी प्रचलित हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि बाबा जगन्नाथपुरी जी महाराज ने इसी पेड़ के नीचे ध्यान लगाया था और बाद में यहीं समाधि ली थी. इसके चलते लोगों की इस पेड़ में गहरी आस्था है और वे इसकी पूजा करते हैं. बाबा जगन्नाथपुरी जी महाराज ने 1586 ई. में हांसी में डेरा डाला था. तब उस समय इस क्षेत्र में कोई हिंदू नहीं बचा था. उन्होंने इसी पेड़ के नीचे ध्यान लगाया था और बाद में यहीं समाधि ली थी.
वहीं दूसरी ओर इस पेड़ को लेकर मान्यता है कि इस पेड़ का इस्तेमाल अपराधियों को मौत की सजा देने में किया जाता है. इसकी बेलों को पुराने समय में फांसी देने के लिए इस्तेमाल किया जाता था.
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पेड़ की एक शाखा टिकी है जमीन
हवा में लटके इस बरगद के पेड़ की दूर लटकी एक शाखा जमीन से टिकी हुई है. वैज्ञानिकों का मानना है कि इसी एक शाखा के दम पर इस पेड़ को सपोर्ट मिला है और वो हवा में लटका है. साथ ही ये शाखा ही पेड़ की सभी शाखाओं को पानी और पोषक तत्व दोनों देती है.