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Kumbh Sankranti Upay: हिंदू शास्त्र में संक्रांति का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन स्नान-दान का खास महत्व बताया जाता है. सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना संक्रांति कहलाता है. इतना ही नहीं, सूर्य जिस राशि में प्रवेश करते हैं, उसी नाम से संक्रांति का नाम जाना जाता है. 13 फरवरी को सूर्य मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. ऐसे में इसे कुंभ संक्रांति के नाम से जाना जाएगा.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार संक्रांति पर गंगा स्नान का विशेष महत्व बताया जाता है. इस दिन गंगा, यमुना या किसी पवित्र नदी में स्नान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इससे सूर्य देन प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर जमकर कृपा बरसाते हैं. बता दें कि इस साल कुंभ संक्रांति 13 फरवरी को मनाई जाएगी. कुंभ संक्रांति के दिन विधि-विधान सूर्य देव की पूजा और व्रत किया जाता है. आइए जानें कुंभ संक्रांति पर सूर्य देव की कृपा पाने के लिए क्या करें.
कुंभ संक्रांति पुम्य काल मुहूर्त 2023
हिंदू पंचांग के अनुसार 13 फरवरी के दिन कुंभ संक्रांति मनाई जाएगी. इस दिन पुण्य काल मुहूर्त सुबह 07 बजकर 02 मिनट से प्रारंभ होगा और सुबह 09 बजकर 57 मिनट तक रहेगा. बता दें कि इस बार पुण्य काल की कुल अवधि करीब 2 घंटे 55 मिनट की होगी.
कुंभ संक्रांति पर इसलिए करें दान
हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्व बताया जाता है. कहते हैं कि अगर ये दान किसी खास दिन किया जाए, तो शुभ फलों की प्राप्ति होती है. कुंभ संक्रांति पर भी दान का खास महत्व बताया गया है. कहते हैं कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति को ब्रह्म लोक की प्राप्ति होती है. देवपुराण में कहा गया है कि जो व्यक्ति सन्ना नहीं करता, उसे कई जन्मों तक दरिद्रता घेरे रहती है.
कुंभ संक्रांति पर यूं करें सूर्य पूजा
हिंदू शास्त्रों में संक्रांति के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व बताया गया है. ऐसे में कुंभ संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर गंगास्नान करें. अगर किसी पवित्र नदी में स्नान करना संभव न हो, तो घर में नहाने के पानी में ही गंगाजल मिलाया जा सकता है. स्नान करने के बाद तांबे के लोटे में गंगाजल और तिल मिलाकर भगवान सूर्य देव को अर्पित करें. इसके बाद मंदिर में दीप जलाएं. कुंभ संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है. इसलिए इस दिन सूर्य देव के 108 नामों का जाप करें. पूजन के बाद किसी गरीब या जरूरतमंद को दान करें. इस दौरान आप खाने-पीने की चीजें या वस्त्र आदि अपनी क्षमता के अनुसार दे सकते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)