Balak Nath mandir: हिमाचल के दियोटसिद्ध मंदिर का प्रसाद कितने दिन तक खाने योग्य, जानें बनाए जाने की तिथि से कब तक कर सकते हैं सेवन
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Balak Nath mandir: हिमाचल के दियोटसिद्ध मंदिर का प्रसाद कितने दिन तक खाने योग्य, जानें बनाए जाने की तिथि से कब तक कर सकते हैं सेवन

Deotsidh Baba Balak Nath mandir: हिमाचल के दियोटसिद्ध मंदिर का प्रसाद कितने दिन तक खाए जा सकते हैं इस बारे में पता लगा लिया गया है. आइए जानें बनाए जाने की तिथि से कब तक रोट के प्रसाद को खाया जा सकेगा.

Deotsidh Baba Balak Nath mandir

Deotsidh Baba Balak Nath mandir Prasad News: हमीरपुर(हिप्र), 19 फरवरी (भाषा): हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के दियोटसिद्ध क्षेत्र में एक मंदिर स्थित है जिसका नाम बाबा बालक नाथ मंदिर है. मंदिर के बाहर व्यापारियों द्वारा बेचा जाने वाला प्रसाद बनने की तारीख से केवल 20 दिन तक ही खाने के योग्य होगा. स्थानीय व्यापारियों द्वारा बुधवार को इस बारे में जानकारी दी गई है.  

20 दिन का समय 
सोलन जिले के कंडाघाट में समग्र परीक्षण प्रयोगशाला स्थित है जिसकी रिपोर्ट बताती है कि तीन महीने पहले इस दियोटसिद्ध में बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट की दुकान पर प्रसाद के तौर पर बेचे जाने वाले ‘रोट’ खाने के लिए योग्य नहीं पाए गए थे. वहीं जब नमूना विफल हो गया तो इसके बाद इसके सेवन की अवधि के बारे में जानने के लिए दियोटसिद्ध के व्यापार मंडल ने रोट के नमूनों की शूलिनी विश्वविद्यालय में जांच करवाई. इस बारे में अब रिपोर्ट कहती है कि 20 दिनों तक ही रोट खाने योग्य होते हैं. नमी और रसायनों के आधार पर निकाले परिणाम में यह भी कहा गया है कि रोट पकाने की तारीख से 20 दिन का समय बीतने के बाद यह खाने योग्य नहीं रहता है. 

पैकेट पर लिखना होगा प्रसाद बनाने की तारीख
रोट गेहूं, चीनी और देसी घी या वनस्पति घी से रोट को बनाया जाता है. इसे पुरानी परंपरा का पालन करते हुए भक्तों द्वारा बाबा बालक नाथ जी को अर्पित किया जाता है. इस रोट प्रसाद को भक्त घर लेकर भी जाते हैं, इस तरह प्रसाद को बादमें भी खाते हैं. स्थानीय व्यापारियों के एक प्रवक्ता ने कहा कि रोट बनाने वाले दुकानदारों को अब पैकेट पर इन्हें बनाने की तारीख दर्ज करनी होगी. 

कौन हैं  बाबा बालक नाथ
मान्यता है कि भगवान शिव के बड़े पुत्र याी भगवान कार्तिकेय का बाबा बालक नाथ अवतार है. उत्तर भारत में बाबा बालक नाथ जी को मामने वाले बहुत भक्त हैं. वहीं दियोटसिद्ध क्षेत्र में स्थित बाबा बालक नाथजी के इस मंदिर में हर साल देश-विदेश से लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं. बाबाजी का एक माह तक मेला चलता है जो 14 मार्च से शुरू होगा.
(भाषा से इनपुट के साथ)
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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