Chanakya Niti Residing Tips: आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में तीन ऐसे स्थान का जिक्र किया है, जहां पर निवास स्थान बनाने पर जीवन कठिनाइयों से बुरी तरह घिर जाता है. आइए जानते हैं उन तीन स्थानों के बारे में.
Trending Photos
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में जीवन को सफल और सुखमय बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सिद्धांत बताए हैं. इनमें से एक है निवास स्थान का चयन. चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को हमेशा ऐसी जगह पर रहना चाहिए जहां रोजगार के साधन, सामाजिक शांति और सुरक्षा उपलब्ध हो. गलत स्थान पर निवास न सिर्फ आर्थिक परेशानियां पैदा करता है, बल्कि जीवन में अनेक अन्य कठिनाइयों का भी कारण बनता है. उनका यह सिद्धांत आज भी उतना ही प्रासंगिक है.रहने के लिए सही स्थान का चयन कैसे करना चाहिए, आइए जानत हैं इस बारे में आचार्य चाणक्य ने क्या सुझाव दिया.
जहां उपलब्ध ना हो रोजगार के साधन
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में कुछ ऐसी जगहों का उल्लेख किया है जहां निवास करना व्यक्ति के लिए समस्याओं का कारण बन सकता है. उनके अनुसार, यदि कोई व्यक्ति इन स्थानों पर रहता है, तो उसका जीवन कठिनाइयों से घिरा रहता है. चाणक्य के अनुसार, कभी भी ऐसी जगह पर निवास नहीं करना चाहिए जहां रोजगार के साधन उपलब्ध न हों. अक्सर लोग बचत के चक्कर में घर बनवाते समय उस स्थान की व्यावसायिक और सामाजिक परिस्थितियों पर ध्यान नहीं देते. लेकिन यह गलती भविष्य में उनके लिए दुखदायी साबित हो सकती है.
जहां व्यापार में ना हो सहूलियत
चाणक्य का कहना है कि व्यक्ति को हमेशा ऐसी जगह पर रहना चाहिए, जहां उसे नौकरी या व्यवसाय करने में सहूलियत हो. अगर किसी स्थान पर धन कमाने के अच्छे साधन नहीं हैं, तो वहां निवास करने वाला व्यक्ति जल्दी ही आर्थिक समस्याओं से घिर जाता है और गरीबी का सामना करता है.
जहां रहते हों हिंसक और असामाजिक लोग
धन के अभाव से व्यक्ति को अन्य कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. चाणक्य यह भी कहते हैं कि ऐसी जगह पर घर बनाने से बचना चाहिए, जहां हिंसक और असामाजिक लोग रहते हों. ऐसे स्थानों पर निवास करने से न केवल शांति भंग होती है, बल्कि जीवन में स्थिरता और सुरक्षा का भी अभाव हो जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)