UP Legislative Assembly News: यूपी विधानसभा में विधायक अब मोबाइल लेकर नहीं जा पाएंगे. 28 नवंबर से शुरू हो रहे विंटर सेशन से ये नियम लागू होगा. सदन में चर्चा के दौरान माननीय कई बार अपने मोबाइल में बिजी दिख चुके हैं. कई तो लोकतंत्र के मंदिर में अश्लील वीडियो भी देखते हुए पकड़े गए हैं. ऐसे माननीयों की लिस्ट आप देखेंगे तो आप अपना माथा पकड़ लेंगे. आइए जानते हैं कि ऐसे कौन-कौन से जन प्रतिनिधि हैं जिनके ऊपर सदन के अंदर अश्लील वीडियो देखने का आरोप लग चुका है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विधानसभा में अश्लील फिल्म देखने का सबसे ताजा मामला 27 मार्च 2023 का है. त्रिपुरा विधानसभा में बागबसा के विधायक जादब लाल नाथ कथित रूप से गंदी फिल्म देखते हुए कैमरे में कैद हुए थे. किसी ने चुपके से उनका वीडियो बना लिया था. जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.
गुजरात से भी ऐसा ही मामला सामने आ चुका है. यहां दो माननीयों पर विधानसभा के अंदर ही अश्लील वीडियो देखने का आरोप लगा था. ये साल 2021 का मामला है. बीजेपी विधायक शंकर चौधरी और जेठा भाई मारवाड़ के खिलाफ इस मामले में स्पीकर के पास शिकायत भी दी गई थी.
कर्नाटक के दो मंत्रियों का नाम भी इस मामले में उछला था. साल 2012 में मंत्री सीसी पाटिल और लक्ष्मण सावदी पर विधानसभा में अश्लील फिल्म देखने का आरोप लगा था. ये कथित रूप से तब हुआ था जब सदन में किसी गंभीर विषय पर चर्चा हो रही थी. पर मंत्री महोदय अश्लील क्लिप देखने में मगन थे.
कर्नाटक में प्रकाश राठौड़ पर भी सदन के अंदर अश्लील क्लिप देखने का आरोप लग चुका है. तब वे कांग्रेस के एमएलसी थे. हालांकि, जब उनसे इस बारे में पूछा गया था कि आप क्या कर रहे थे तो उन्होंने कहा कि वो अपने मोबाइल के मैसेज डिलीट कर रहे थे. क्योंकि फोन का स्टोरज फुल हो गया था.
हालांकि, यूपी विधानसभा में अब से मोबाइल बैन है. इसके अलावा बैनर-पोस्टर भी विधायक विधानसभा के अंदर नहीं ले जाल पाएंगे. इसको लेकर अनुमति पिछले विधानसभा सेशन के दौरान ही ले ली गई थी. लेकिन लागू इसे इस बार के विंटर सेशन से किया जा रहा है.
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