केंद्रीय बजट 2024 (union budget 2024) में एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए केंद्र सरकार ने ओडिशा को पर्यटन के क्षेत्र (Odisha Tourism) में एक प्रमुख गंतव्य बनाने के लिए सहयोग का वादा किया है. इस कदम से राज्य के पर्यटन उद्योग को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. ओडिशा प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक स्थलों और रिच संस्कृति का खजाना है. यहां के मंदिर, अभयारण्य और समुद्र तट पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं. यहां समुद्र तटों की लहरों का संगीत, पहाड़ों की शांति और मंदिरों की भव्यता एक अनूठा अनुभव प्रदान करती है. आइए, ओडिशा की यात्रा पर निकलें और उसके पांच प्रमुख आकर्षणों नजर डालें.
ओडिशा का एक और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कोणार्क सूर्य मंदिर है. यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी है. इस मंदिर को एक विशाल रथ के रूप में बनाया गया है, जिसके पहिये सूर्य की किरणों को दर्शाते हैं. मंदिर की खूबसूरत नक्काशियां और शिल्पकारी इसे एक कला का रिच नमूना बनाती हैं.
ओडिशा में स्थित चिलिका झील भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है. यह बायोडायवर्सिटी का खजाना है और यहां कई प्रवासी पक्षी आते हैं. बोट सफारी करके आप इस झील की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं और पक्षी देखने का भी लुत्फ उठा सकते हैं.
ओडिशा का सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थल जगन्नाथ पुरी है. यहां स्थित जगन्नाथ मंदिर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को समर्पित है. रथ यात्रा का भव्य उत्सव इस मंदिर से जुड़ा है, जो दुनिया भर से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है. मंदिर की आर्किटेक्चर और धार्मिक महत्व इसे भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक बनाते हैं.
यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं तो भीतरकनिका राष्ट्रीय उद्यान आपके लिए एक आदर्श स्थान है. यह बाघों, मगरमच्छों और विभिन्न प्रकार के पक्षियों का घर है. यहां आप जंगल सफारी का आनंद ले सकते हैं और प्रकृति की गोद में कुछ समय बिता सकते हैं.
ओडिशा के तट पर स्थित पुरी बीच एक खूबसूरत समुद्र तट है. यहां आप सूर्य स्नान, समुद्र में तैरना और रेत के महल बनाने का आनंद ले सकते हैं. शाम के समय समुद्र किनारे की सैर एक अद्भुत अनुभव होता है.
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