Science News: वैज्ञानिकों ने हाल ही में एलियन ग्रह पर एक प्लास्टिक आइस की खोज की है. बता दें कि यह बर्फ बेहद चरम हालातों पर बनती हैं. 17 साल पहले इस बर्फ का अनुमान लगाया गया था.
दरअसल वैज्ञानिकों ने एलियन ग्रह पर एक अलग तरह के बर्फ की खोज की है, हालांकि 17 साल पहले ही इसका अनुमान लगाया गया था. बर्फ का यह स्वरूप आपको चकित कर सकता है. वैज्ञानिक इसे दुर्लभ प्लास्टिक बर्फ 7 ( Plastic Ice VII) बता रहे हैं.
आमतौर पर कोई भी पदार्थ तरल, ठोस या गैसीय स्वरूप का होता है, लेकिन वैज्ञानिकों ने इनके अलावा प्लाज्मा या बोस आइंस्टीन अवस्था की व्याख्या भी की है. वहीं कुछ अवस्थाओं इन तीनों के बीच की होती है, जिसे प्लास्टिक की स्थिति भी कहा जा सकता है.
'नेचर' में प्रकाशित इस स्टडी में बताया गया है कि सामान्य बर्फ के मुकाबले प्लास्टिक बर्फ 7 को बनाने के लिए बेहद चरम तरह के हालात होने चाहिए. इस खोज में यह भी बताया गया है कि पानी बेहद चरम हालातों में कैसे बर्ताव करता है.
बता दें कि वैज्ञानिक पहले भी फ्रांस में इस तरह की अवस्था को लेकर प्रयोग कर चुके हैं, जिसमें जल को एटमोस्फेरिक प्रेशर से 60,000 गुनाव दबाव और 327 डिग्री सेल्सियस के टेंपरेचर तक पहुंचाया गया था. इस अवस्था में हाइड्रोजन के बर्ताव से वैज्ञानिक काफी उलझे हुए थे.
वैज्ञानिक हाइड्रोजन के इसी बर्ताव को पहचानकर प्लास्टिक आइस 7 की मौजूदगी को जान सके. रिसर्चर्स ने क्वासी इलास्टिक न्यूट्रॉन स्कैटरिंग ( QENS) की प्रणाली से 17 वर्ष पुराने उस अनुमान की पुष्टि की, जिसमें जल की इस अवस्था में हाइड्रोजन के बर्ताव को बताया गया था.
वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि इस तरह की बर्फ हमारे सोलर सिस्टम में नेप्ट्यून ग्रह और बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा समेत कई अन्य बर्फीले पिंडों पर हो सकती है. इन पिंडों की प्रक्रियाओं को इस बर्फ के बर्ताव की जानकारी समझा सकती है. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि वे और भी बर्फ की कई अवस्थाओं का पता लगा सकते हैं.
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