Motivational Shlokas In Sanskrit: हमारी संस्कृति में नॉलेज और मोटिवेशन का खजाना छिपा है. संस्कृत में रचित शास्त्र और ग्रंथ हमें न केवल जीवन की गहरी समझ देते हैं. संस्कृत में न केवल आध्यात्मिक नॉलेज का भंडार है, बल्कि करियर और सफलता के लिए भी मार्गदर्शन करते हैं. छात्र जीवन में जब लक्ष्य को पाने का संघर्ष हो, तो संस्कृत के प्रेरणादायक श्लोक मनोबल बढ़ाने और सही दिशा में फोकस बनाए रखने में बेहद मददगार होते हैं. आइए जानते हैं ऐसे 10 श्लोक, जो हर स्टूडेंट को सफलता की ओर प्रेरित करेंगे.
संस्कृत श्लोक सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व नहीं रखते, बल्कि ये जीवन के हर पहलू में प्रेरणा देते हैं. खासकर विद्यार्थियों के लिए, ये श्लोक फोकस, अनुशासन, और सफलता की राह दिखाते हैं. यहां ऐसे 8 श्लोक दिए गए हैं, जो हर छात्र को प्रेरित कर सकते हैं.
विद्वानेवोपदेष्टव्यो नाविद्वांस्तु कदाचन. अर्थ- समझदार को ही सलाह दें, मूर्ख को नहीं. यह श्लोक बताता है कि सही व्यक्ति को सही समय पर दी गई सलाह ही फलदायी होती है.
सुलभा: पुरुषा: राजन् सततं प्रियवादिन: अर्थ- मीठा बोलना आसान है, लेकिन जो बात भले ही कड़वी हो, पर हितकारी हो, उसे कहने और सुनने वाले दुर्लभ हैं.
अयं निजः परो वेति गणना लघुचेतसाम्. अर्थ- छोटी सोच वाले लोग अपनों और परायों में फर्क करते हैं. उदार लोग पूरी दुनिया को अपना परिवार मानते हैं.
उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः. अर्थ- सपने देखने से नहीं, बल्कि मेहनत से ही सफलता मिलती है.
अर्थ- अलसस्य कुतो विद्या, अविद्यस्य कुतो धनम्. आलसी व्यक्ति न तो ज्ञान प्राप्त कर सकता है और न ही धन. बिना धन और ज्ञान के सुख भी अधूरा है.
विद्यां ददाति विनयं, विनयाद् याति पात्रताम्. अर्थ- शिक्षा से विनम्रता आती है, विनम्रता से काबिलियत और काबिलियत से सफलता मिलती है.
षड् दोषाः पुरुषेणेह हातव्या भूतिमिच्छता. अर्थ- सफलता के रास्ते में छह दोष—नींद, आलस्य, डर, गुस्सा, तन्द्रा, और टालमटोल से बचना चाहिए.
आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः. अर्थ- हमेशा पॉजिटिव और कल्याणकारी विचारों को अपनाएं, जो जीवन को नई दिशा देते हैं.
ये श्लोक जीवन की चुनौतियों को समझने और उनका सामना करने में मदद करते हैं. वे न केवल पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करते हैं, बल्कि मानसिक और आत्मिक विकास का भी मार्ग प्रशस्त करते हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़