Sachin Tendulkar and Vinod Kambli: क्रिकेट जगत की यारी में कई किस्से कहानियां हैं, कभी रोहित-विराट के ब्रोमांस के चर्चे होते हैं तो कभी ईशान और गिल के. लेकिन सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली आज भी जब मिलते हैं तो सारा सोशल मीडिया हिल जाता है. लगभग 37 साल पुराने ये दोस्त जब मिलते हैं तो कृष्ण-सुदामा से कम नहीं लगते. ऐसा ही कुछ मंगलवार को देखने को मिला जब बीमार कांबली और सचिन को एक साथ देखा गया. लेकिन एक समय इस दोस्ती में दरार के चर्चे भी हुए. दोनों की दोस्ती किसी सिनेमा से कम नहीं है.
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली क्रिकेट जगत में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. हालांकि, सचिन समय के साथ मास्टर ब्लास्टर बने और फिर क्रिकेट के भगवान. लेकिन कांबली प्रतिभाओं के बावजदू कुछ कारणों से पीछे रह गए. लेकिन उनकी दोस्ती मिसाल से कम नहीं थी. रमाकांत आचरेकर के साथ दोनों ने साथ कोचिंग ली.
सचिन-कांबली का नाम तब चर्चा में आया जब हैरिस शील्ड में दोनों के बीच रिकॉर्ड 664 रन की पार्टनरशिप देखने को मिली. तब कांबली 16 साल के थे जबकि सचिन 14 साल के. दोनों ने ही कम उम्र में टीम इंडिया में एंट्री मार ली थी. लेकिन वक्त के पहिए ने दोनों के रास्ते अलग कर दिए.
एक समय पर दोनों की दोस्ती में दरार के चर्चे तेज हुए. साल 2009 में एक टीवी शो के दौरान कांबली ने कहा था कि मास्टर ब्लास्टर ने उनका करियर बचा सकते थे लेकिन उन्होंने साथ नहीं दिया. उन्होने कहा, 'हम बहुत करीब हैं... हम बहुत करीब थे. वह थोड़ा और कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.'
सचिन ने 2013 विदाई स्पीच में कांबली का जिक्र नहीं किया था, जिसके बाद उनके जिगरी यार का दिल टूटा. कांबली, सचिन की रिटायरमेंट पार्टी में भी नजर नहीं आए. कांबली ने सचिन के रिटायरमेंट पर साफ कहा था कि उन्हें उम्मीद थी कि सचिन के विदाई भाषण में उनका नाम होगा, भले ही उनकी रिकॉर्ड पार्टनरशिप के लिए.
रमाकांत आचरेकर की प्रतिमा के उद्घाटन में 3 अप्रैल को सचिन-कांबली साथ नजर आए. बीमार कांबली ने सचिन को कुछ सेकेंड बाद पहचाना. लेकिन पहचानने के बाद बिछड़े दोस्त को उन्होंने हाथ से पकड़ लिया और उन्हें लगातार देखते रह गए. दोनों का इमोशनल वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. सोशल मीडिया पर समय-समय पर कांबली सचिन के साथ फोटो पोस्ट कर उनका सम्मान करते नजर आते रहे हैं.
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