Ballistic Vs Cruise Missile: यूक्रेन पर रूस के ओरेशनिक मिसाइल हमले ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है. ओरेशनिक एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है और यह पहली बार है जब रूस ने जंग में इस मिसाइल का इस्तेमाल किया है. हमले के एक हफ़्ते बाद भी, यह मिसाइल चर्चा का विषय बनी हुई है. कई एक्सपर्ट्स ने रूसी ओरेशनिक मिसाइल की तुलना पश्चिमी शस्त्रागार में मौजूद बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों से करना शुरू कर दिया है. इससे यह सवाल उठता है कि बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों में क्या अंतर है और वे एक दूसरे से कैसे अलग हैं. साथ ही यह भी कि इनमें से कौन ज्यादा खतरनाक होती है.
मिसाइलें नए जंगी सिस्टम का अहम हिस्सा हैं. बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें दो अलग-अलग प्रकार हैं, साथ ही इनके डिजाइन, काम करने का तरीका और खतरे का स्तर अलग-अलग होते हैं.
पहले बात करतें हैं बैलिस्टिक मिसाइल की, बैलिस्टिक के काम करने का तरीका यह है कि यह मिसाइल अपने लॉन्च के बाद पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर निकलकर एक टार्गेट पर हमला करती है.
बैलिस्टिक मिसाइल खास तौर पर से ग्रेविटी (गुरुत्वाकर्षण) के सिद्धांत पर आधारित होती है. यही कारण है कि वायुमंडल में फिर से एंटर होने के बाद यह तेजी के साथ अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ती है.
बैलिस्टिक मिसाइल लंबी दूरी पर हमले के लिए जानी जाती हैं. ये मिसाइलें इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज (ICBM) तक जा सकती हैं, जो 5500 किलोमीटर या उससे ज्यादा भी हो सकती है.
इसके अलावा बैलिस्टिक मिसाइल के धमाके की क्षमता ज्यादा होती है और यह अपने साथ परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम होती है.
खतरनाक स्तर की बात करें तो यह मिसाइल के इस्तेमाल और लक्ष्य पर निर्भर करता है, लेकिन कहा जाता है कि बैलिस्टिक मिसाइल ज्यादा खतरनाक होती है क्योंकि यह लंबी दूरी से परमाणु हथियार ले जा सकती है. इसकी तेज रफ्तार और ज्यादा ऊंचाई तक पहुंचने की क्षमता इसे रोकने में मुश्किल बनाती है.
वहीं अगर क्रूज मिसाइल की बात करें तो इसके काम करने का तरीका है कि यह मिसाइल वायुमंडल के अंदर उड़ती है और विमान की तरह अपने लक्ष्य तक पहुंचती है. इसे जमीन, पानी, या हवा से दागा जा सकता है.
इसकी खासियतों की बात करें तो यह बहुत सटीकता से लक्ष्य को भेदने के लिए डिज़ाइन की गई है. यह जमीन के करीब उड़ती है, जिससे इसे रडार से पकड़ना मुश्किल हो जाता है. क्रूज मिसाइलों की रफ्तार की बात करें तो यह उप-ध्वनि (subsonic) या सुपरसोनिक गति से चल सकती हैं.
कम दूरी और सटीक हमलों के लिए प्रभावी. यह रडार से बचने में सक्षम होती है, जिससे किसी खास टार्गेट पर सटीक हमला कर सकती है.
क्रूज मिसाइल सटीक और रणनीतिक हमलों के लिए खतरनाक होती है, खास तौर पर फौजी ठिकानों या किसी खास टार्गेट को तबाह करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
हालांकि दोनों मिसाइलें अपनी जगह पर खतरनाक हैं. बैलिस्टिक मिसाइलें बड़े पैमाने पर तबाही लाने में सक्षम हैं, जबकि क्रूज मिसाइलें सटीक और छिपे हुए हमलों के लिए फायदेमंद होती हैं.
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