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Swiggy Delivery In Maharashtra: हाल ही में एक महाराष्ट्र की महिला राधिका बजाज ने सोशल मीडिया पर एक घटना शेयर की, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि एक जोमैटो डिलीवरी एजेंट ने उनके ऑफिस स्टाफ के साथ अभद्रता की. यह घटना तब हुई जब डिलीवरी का ऑर्डर लेने में 10 मिनट की देरी हुई. राधिका ने अपने पोस्ट में Zomato और उसके CEO दीपिंदर गोयल को टैग करते हुए लिखा, "ऑर्डर लेने में 10 मिनट की देरी के कारण इस Zomato डिलीवरी ब्वॉय ने मेरे ऑफिस के कर्मचारियों को गालियां दीं. Zomato, क्या आप डिलीवरी ब्वॉयज़ के व्यवहार में सुधार पर ध्यान नहीं दे सकते?"
महिला ने Zomato डिलीवरी एजेंट के व्यवहार पर उठाई आवाज
राधिका ने यह भी बताया कि वह अपने ऑर्डर की ट्रैकिंग कर रही थीं और किसी को ऑर्डर लेने के लिए भेजने का इंतजाम किया था. लेकिन डिलीवरी एजेंट समय से पहले पहुंच गया, जिसके कारण यह विवाद हुआ. Zomato ने इस पोस्ट पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं. Zomato ने लिखा, "नमस्ते राधिका, हम डिलीवरी पार्टनर के अपमानजनक व्यवहार के लिए खेद व्यक्त करते हैं. यह स्वीकार्य नहीं है, और हम इसे गंभीरता से देखेंगे. कृपया आश्वस्त रहें, हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही आपको अपडेट देंगे."
पोस्ट पर लोगों ने दी कुछ ऐसी प्रतिक्रिया
हालांकि, सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेजी से बढ़ी, जिसमें कई यूजर्स ने डिलीवरी एजेंट का समर्थन किया. कुछ ने कहा कि समय पर डिलीवरी उनके काम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. एक यूजर ने कहा, "10 मिनट कम होता है? उसे अगला ऑर्डर नहीं देना है? दूसरों के समय की कदर कीजिए, मैडम." दूसरे ने सुझाव दिया कि Zomato डिलीवरी एजेंट के खिलाफ कोई कार्रवाई न करे, बल्कि उन्हें शिष्टता से व्यवहार करने के लिए निर्देशित करे. कुछ यूजर्स ने यह भी कहा कि यदि देरी होती है, तो टिपिंग महत्वपूर्ण है.
The concern is just that no one has right to abuse anyone like this. Everyone deserves a respect. Be it a delivery boy or be it CEO of company!
— Radhika Bajaj (@radhika_bajaj) October 20, 2024
What the hell are you doing? The delivery boy abused him badly on the road.
— Radhika Bajaj (@radhika_bajaj) October 20, 2024
अन्य ने यह सुझाव दिया कि Zomato को एक पेनल्टी सिस्टम लागू करना चाहिए, जिससे ग्राहकों को समय पर ऑर्डर लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. एक यूजर ने लिखा, "ग्राहकों को ऑर्डर लेने के लिए पांच मिनट दिए जाएं. अगर वे पांच मिनट में नहीं आते हैं, तो उनसे शुल्क लेना शुरू करें, ताकि डिलीवरी पार्टनर को नुकसान न हो. डिलीवरी पार्टनर का जो व्यवहार था वह गलत है, लेकिन उसके पीछे का कारण समझना भी जरूरी है." एक और यूजर ने कहा, "समय की कदर करना भी सम्मान का एक बड़ा रूप है. चाहे वह डिलीवरी व्यक्ति हो या कंपनी का CEO."