प्रयागराज महाकुंभ में आए करोड़ों श्रद्धालुओं गंगाभक्तों की सेवा के लिए पूरा जिला उमड़ पड़ा है. स्थानीय लोग पानी पिला रहे हैं, खिला रहे हैं और कंबल आदि का भी प्रबंध कर रहे हैं. वहां से आए वीडियो गर्व से भरने वाले हैं. यह दिखाता है कि गंगा-जमुनी तहजीब यही है.
Trending Photos
प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला लगा है. महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं. यह आंकड़ा कितना बड़ा है, यह देखने के लिए आप एक बार माघ मेला हो आइए. किसी कारण से नहीं जा पा रहे हैं तो तस्वीरें देख लीजिए. इस बीच, सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं जो गंगा-जमुनी तहजीब का उदाहरण पेश कर रहे हैं. संगम नगरी में उमड़े जनसैलाब की सेवा के लिए हिंदू, मुस्लिम, सिख सभी धर्मों के लोग आगे आ गए हैं. हां, आगे ये वीडियो देखिए आप गर्व से भर जाएंगे, रोंगटे खड़े हो जाएंगे. इलाहाबाद के लोगों पर आपको गर्व होगा. हर भारतीय को गर्व होगा.
1. पहला वीडियो हॉस्टल की छात्राएं आ गईं सड़कों पर
हां, जिस रास्ते से होकर श्रद्धालु बस या ट्रेन से उतरने के बाद संगम की तरफ जा रहे हैं, रास्ते में इलाहाबाद विश्वविद्यालय पड़ता है. हॉस्टल से छात्राएं अपने कमरे की पानी की बोतल, बिस्कुट और जो भी उनके पास था खाने का सामान, वो लेकर सड़क पर पैदल चल रहे इन श्रद्धालुओं की मदद कर रही है. अब वीडियो देखिए. दुनियाभर में रहने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और छात्राएं गर्व कर रहे हैं कि वे इसी विश्वविद्यालय से पढ़े हैं.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय महिला छात्रावास की छात्राएं अपने कमरे से पानी की बोतल और उपलब्ध सामान के साथ श्रद्धालुओं की सेवा करते हुए।
जयतु इलाहाबाद विश्वविद्यालय pic.twitter.com/aarHMcRUJt
— Dr.Richa Singh January 30, 2025
2. मौलाना अपने कुनबे के साथ कर रहे इंतजाम
हां, कुंभ मेले से पहले भले ही कुछ भी कहा गया हो लेकिन जरूरत के समय दीन यही कहता है कि इंसानियत की मदद करना ही सबसे बड़ा धर्म है. ऐसे में इलाहाबाद के मुसलमान पीछे कैसे रहते. ठंड में जब लोग सैकड़ों किमी दूर दूसरे शहर में बेचैन, परेशान, पैदल हों तो कई इमाम, मौलाना और आम शहरी इनकी मदद के लिए दौड़ पड़ा. कोई चाय पिला रहा है, बिस्कुट खिला रहा है तो कई लोगों ने अपने घर के दरवाजे आराम करने के लिए खोल दिए हैं. श्रद्धालु उनके घरों में टॉयलट इस्तेमाल कर रहे हैं.
प्रयागराज :- मस्जिद के इमाम साहब व स्थानीय लोग, श्रद्धालुओं को आदर व पूर्ण सेवाभाव से खाना-पानी और ठहरने की सेवाएं दे रहे हैं!
अब विडंबना देखिए इन्हीं मुसलमान को कुम्भ में दुकानें तक लगाना मना है!
pic.twitter.com/UHoYgfWd13— Prashant Kumar (@Prashangkp) January 31, 2025
3. लंगर चल रहा, गुरुद्वारे खोल दिए गए
धार्मिक सौहार्द्र का इससे बेहतरीन उदाहरण कहां देखने को मिलेगा. लाखों हिंदू महिला, पुरुष, बुजुर्ग, बच्चे पैदल गंगा में डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. तमाम व्यवस्थाओं के बाद भी इतना बड़ा जनसमूह उमड़ा है कि सड़कें भर गई हैं. ऐसे में गुरुद्वारे के गेट खोल दिए गए हैं. लंगर लगातार चल रहा है. मस्जिदों में लोगों के रुकने का इंतजाम किया गया है. ठंड से बचाने के लिए शॉल, रजाई और चादरें उपलब्ध कराई गई हैं. पानी और खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है.
कोई कितना भी धर्म की राजनीति कर ले,समाज में नफरती फैला लें लेकिन प्रयागराज में वक्त पर सभी एक हो जाते हैं,
आज मुसलमानो ने अपनी सभी मस्जिदों में और हमारे सिक्ख भाईयों ने गुरुद्वारा खोल दिया है, और खानें पीने,रहने की व्यवस्थाएं की है
खुल्दाबाद गुरुद्वारे में भी लंगर भंडारा जारी है। pic.twitter.com/xJS0F5GqKZ— Advocate Congress Councellor (@ansari2487) January 30, 2025
ये तस्वीरें शहर की हैं. इसी तरह हजारों लोग जब एक घटना के बाद प्रयागराज के बॉर्डर जिलों जैसे जौनपुर, भदोही, प्रतापगढ़ आदि जगहों पर फंस गए तो उनके खाने-पीने का इंतजाम नहीं था. ऐसे में आसपास के गांवों के लोगों ने चंदा जुटाकर उन्हें खिचड़ी, चाय, समोसे आदि का प्रबंध किया इसीलिए तो पूरी दुनिया कह रही है जय हो प्रयागराज, जय हो गंगा मइया. धन्य हैं मां गंगा के ऐसे भक्त.