मोनैको दुनिया का सबसे महंगा देश है. यहां का मासिक निर्वाह व्यय लगभग $3,743 (लगभग 3.1 लाख रुपये) है. यहां रहने के लिए आपकी महीने की सैलेरी 3 लाख रुपये से ज्यादा होनी चाहिए.
केमन आइलैंड्स (Cayman Islands) कैरेबियन सागर में स्थित एक ब्रिटिश ओवरसीज़ क्षेत्र है, जिसे अपनी सुंदर समुद्री तटों और कर-मुक्त वित्तीय सेवाओं के लिए जाना जाता है. यहाँ का कॉस्ट ऑफ लिविंग लगभग $2,844 प्रति माह (यानी लगभग 2.3 लाख रुपये प्रति माह) है.
स्विट्जरलैंड (Switzerland) भारतीय फिल्मों में एक लोकप्रिय डेस्टिनेशन है, जहां की खूबसूरत वादियां अक्सर फिल्मों की शूटिंग के लिए इस्तेमाल होती हैं. यह देश अपनी प्राकृतिक सुंदरता, उच्च जीवन स्तर, और शानदार पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है. यहां का कॉस्ट ऑफ लिविंग लगभग $2,497 प्रति माह (यानी लगभग 2.08 लाख रुपये प्रति माह) है.
आयरलैंड (Ireland) का मासिक निर्वाह व्यय लगभग $2,316 (लगभग 1.9 लाख रुपये) है, जो इसे एक महंगे देशों में शामिल करता है.
लिकटेंस्टाइन (Liechtenstein) यूरोप का एक छोटा लेकिन अत्यंत समृद्ध देश है, जो अपनी उच्च जीवन गुणवत्ता और विकसित अर्थव्यवस्था के लिए जाना जाता है. यहां का कॉस्ट ऑफ लिविंग लगभग $2,306 प्रति माह (लगभग 1.9 लाख रुपये प्रति माह) है, जो इसे दुनिया के महंगे देशों की सूची में रखता है. हालांकि, यह आयरलैंड से थोड़ा कम है.
आइसलैंड में मासिक निर्वाह व्यय $2,207 (लगभग 1.84 लाख रुपये) है. यह देश अपनी प्राकृतिक सुंदरता और उच्च जीवन स्तर के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है.
सिंगापुर का मासिक निर्वाह व्यय $2,169 (लगभग 1.81 लाख रुपये) है.
लक्जमबर्ग का मासिक निर्वाह व्यय $2,163 (लगभग 1.80 लाख रुपये) है.
नॉर्वे का मासिक निर्वाह व्यय $2,074 (लगभग 1.73 लाख रुपये) है. यह देश अपनी सामाजिक सुरक्षा और उच्च जीवन स्तर के लिए जाना जाता है.
अमेरिका का मासिक निर्वाह व्यय $1,951 (लगभग 1.62 लाख रुपये) है. यह देश अपनी विशाल अर्थव्यवस्था और उच्च जीवन स्तर के लिए प्रसिद्ध है. इन देशों में रहने का खर्च इतना अधिक है कि यहां रहने के लिए आपको हर महीने लाखों रुपये की जरूरत पड़ती है। अगर आपका परिवार बड़ा है, तो खर्च और भी बढ़ सकता है.
निर्वाह व्यय (Cost of Living) का मतलब है कि किसी जगह पर रहने, खाने, टैक्स चुकाने, और स्वास्थ्य सेवाओं जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में कितना खर्च आता है. इसे आसान भाषा में समझें तो, किसी शहर या देश में जीवन यापन के लिए आपकी कितनी आय होनी चाहिए और परिवार के भरण-पोषण में कितने पैसे खर्च होंगे, इसे ही निर्वाह व्यय कहते हैं. बड़े और विकसित देशों में यह खर्च ज्यादा होता है, जबकि गरीब और विकासशील देशों में यह अपेक्षाकृत कम होता है। इन्हीं आंकड़ों के आधार पर तय किया जाता है कि दुनिया के कौन से देश सबसे महंगे और कौन से सस्ते हैं. आइए जानते हैं कि ये देश कौन-कौन से हैं
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