कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण भगवान के श्रद्धालुओं को मंदिरों में प्रभु की आराधना से वंचित रहना पड़ा है. उत्तराखंड सरकार इसी महीने की 8 तारीख से चारधाम यात्रा शुरू करने जा रही है.
Trending Photos
देहरादून: कोरोना वायरस के कारण भारत में संक्रमितों की संख्या भले ही बढ़ रही हो लेकिन मरीजों के स्वस्थ होने की दर भी भारत में बहुत बढ़िया है. इसे ही ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की जगह अनलॉक करने का फैसला किया है अर्थात चरणबद्ध तरीके से लॉक डाउन में लोगों को राहत दी जाएगी. इसका पहला चरण चल रहा है. उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने श्रद्धालुओं को भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए चारधाम यात्रा शुरू करने का फैसला किया है.
श्रद्धालुओं की संख्या रहेगी सीमित
आपको बता दें कि उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा शुरू करने की तैयारी में जुट गई है. 8 जून के बाद सरकार सीमित संख्या में चारधाम यात्रा को शुरू करेगी. शुरुआत में केवल राज्य के लोगों को ही यात्रा करने की अनुमति होगी. दूसरे दौर में अन्य राज्यों से बात कर बाहरी यात्रियों के लिए यात्रा को शुरू किया जाएगा. सरकार ऐसा इसलिये कर रही है ताकि सामाजिक दूरी बरकरार रखी जा सके और भीड़ भी न हो. राज्य सरकार ने बताया है कि दूसरे राज्यों की आपसी सहमति के बाद ही राज्य में श्रद्धालुओं के लिए बसों के संचालन का फैसला लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें- अमेरिका में गृहयुद्ध गहराते ही ट्रंप की मोदी से गुहार, क्या चीन के खिलाफ भी होगा करार?
फिलहाल दूसरे राज्यों के लोगों को अनुमति नहीं
चारधाम यात्रा के पहले चरण में दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति नहीं होगी. सरकार सामाजिक दूरी के स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए ऐसा कर रही है. मन्दिरों में भीड़ होने पर संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है और एक व्यक्ति की वजह से लाखों लोग संक्रमित हो सकते हैं.
15 मई को खुल गए थे बद्रीनाथ के कपाट
आपको बता दें कि बद्रीनाथ धाम के कपाट एक लंबे शीतावकाश के बाद 15 मई को तड़के खोल दिए गए थे. लेकिन लॉकडाउन के चलते इस मौके पर बदरीनाथ में कोई मौजूद नहीं रहा. महज गिनती के ही लोग मंदिर में दिखे. जबकि पिछले साल कपाट खुलने के बाद पहले दिल लगभग 10,000 श्रद्धालुओं ने मंदिर के दर्शन किए थे.