पीसीओएस से पीड़ित होने की वजह से कई महिलाओं को मोटापे का सामना करना पड़ता है, ऐसे में वेट लॉस एक ख्वाब सा बन जाता है. हालांकि कुछ गलतियों को सुधार लें, तो वजन कम करना मुमकिन है.
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Woman lost 38 kg with PCOS: जिस महिला को पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम होता है उसके लिए वेट लॉस प्रॉसेस काफी मुश्किल नजर आने लगता है .सुजाता नाम की एक महिला ने पीसीओएस होने के बावजूद सिर्फ 10 महीनों में 38 किलो वजन कम किया. वो अक्सर इंस्टाग्राम पर अपनी इस जर्नी से जुड़ी जानकारियां शेयर करती हैं. अपने एक पोस्ट में, उन्होंने 10 आम गलतियों के बारे में जो लोग वजन कम करने की कोशिश करते समय करते हैं.
वेट लॉस जर्नी के दौरान न करें 10 गलतियां
सुजाता ने अपनी पोस्ट में लिखा, "काश किसी ने मुझे ये पहले बताया होता ताकि मैं वजन घटाने के अपने सफर में ये गलतियां नहीं करती." आइए जानते हैं कि वो कौन-कौन से कॉमन मिस्टेक्स हैं जिन्हें वेट लॉज जर्नी के दौरान अवॉइड करना चाहिए.
1. सिर्फ वेट पर फोकस करना
वेट लॉस प्रोग्रेस को ट्रैक करने के लिए सिर्फ तराजू पर निर्भर रहना मिसलीडिंग हो सकता है, क्योंकि वॉटर रिलेंशन, मांसपेशियों का बढ़ना और हार्मोन जैसे फैक्टर्स के कारण वजन में उतार-चढ़ाव होता है. प्रोग्रेस की तस्वीरें, मेजरमेंट और आप कैसा महसूस करते हैं, बेहतर इंडिकेटर हैं.
2. मील स्किप या कैलोरी को गंभीर रूप से रिस्ट्रिक्ट करना
बहुत कम कैलोरी वाली डाइट आपके मेटाबॉलिज्म को स्लो कर सकती हैं, मांसपेशियों के नुकसान का कारण बन सकती हैं और अधिक खाने की संभावना को बढ़ा सकते हैं.
3. कार्डियो ज्यादा करना और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को अनदेखा करना
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के बिना ज्यादा कार्डियो मांसपेशियों के नुकसान का कारण बन सकता है. मसल्स बनाने से आपका मेटाबॉलिज्म और फैट लॉस बढ़ता है.
4. फैड डाइट पर निर्भर रहना
जो डाइट पूरे फूड ग्रुप को खत्म करते हैं या तेजी से वजन घटाने को बढ़ावा देते हैं, वो अक्सर शॉर्ट टर्म रिजल्ट देते हैं और टिकाऊ नहीं हो सकते हैं, जिससे वजन फिर से बढ़ सकता है.
5. प्रोटीन का सेवन न करना
प्रोटीन मांसपेशियों की मरम्मत और विकास के लिए जरूरी है, और ये आपके पेट रो लंबे समय तक भरा हुआ रखने में मदद करता है. कम प्रोटीन वाला आहार आपकी प्रोग्रेस को स्लो कर सकता है.
6. पर्याप्त हेल्दी फैट नहीं खाना
सभी फैट को काटने से हार्मोन रेगुलेशन और ओवरऑल हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ सकता है. एवोकाडो, नट्स, बीज और जैतून के तेल जैसे हेल्दी फैट्स को डाइट में शामिल करें.
7. नींद और स्ट्रेस को अनदेखा करना
खराब नींद और हाई स्ट्रेस कोर्टिसोल जैसे हार्मोन को डिस्टर्ब कर सकते हैं, जो क्रेविंग्स और फैट स्टोरेज, खासकर पेट के आसपास, का कारण बन सकते हैं.
8. कैलोरी बर्न को ओवर एस्टीमेट करना
कई लोग इस बात को अधिक आंकते हैं कि वो एक्सरसाइज के दौरान कितनी कैलोरी बर्न करते हैं और ज्यादा खाकर इसकी भरपाई करते हैं.
9. बेतरतीब ढंग से खाना
ध्यान भटकाते हुए खाना या पूरे दिन स्नैकिंग करने से आप आपकी सोच से कहीं ज्यादा कैलोरी का सेवन हो सकता है.
10. पर्याप्त पानी नहीं पीना
डिहाइड्रेशन को भूख समझ लिया जा सकता है, जिससे अनावश्यक रूप से खाना पड़ता है. पानी डाइजेशन और मेटाबॉलिज्म में भी मदद करता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमें इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.