Diabetes Symptoms: आंखों से भी मिलते हैं डायबिटीज के संकेत, इन लक्षणों को भूलकर भी ना करें नजरअंदाज
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Diabetes Symptoms: आंखों से भी मिलते हैं डायबिटीज के संकेत, इन लक्षणों को भूलकर भी ना करें नजरअंदाज

Diabetes Warning Signs: दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें पता नहीं होता कि उन्हें डायबिटीज है. डायबिटीज होने पर व्यक्ति को कई तरह से संकेत मिलते हैं, जिनमें से एक आंखें भी है.

Diabetes Symptoms: आंखों से भी मिलते हैं डायबिटीज के संकेत, इन लक्षणों को भूलकर भी ना करें नजरअंदाज

Diabetes Warning Signs: आज के युग में डायबिटीज एक आम बीमारी बनती जा रही है और इसके सबसे ज्यादा मरीज भारत में है. भारत को डायबिटीज की राजधानी भी कहा जाता है. ये एक ऐसी बीमारी है जो जिंदगी की अंतिम सांस तक मरीज के साथ रहती है. इस बीमारी के कई कारण हैं, जैसे अनहेल्दी लाइफस्टाइल, शारीरिक व्यायाम में कमी, जेनेटिक्स, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर आदि. डायबिटीज के मरीज के पैंक्रियाज या तो इंसुलिन का उत्पादन बहुत कम करते हैं या बिल्कुल भी नहीं करते हैं. इंसुलिन एक हार्मोन है जो ग्लूकोज को शरीर के सेल्स में प्रवेश करने की अनुमति देता है. इस बीमारी में मरीज को अपना शुगर लेवल कंट्रोल में रखना पड़ता है.

दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें पता नहीं होता कि उन्हें डायबिटीज है. डायबिटीज होने पर व्यक्ति को कई तरह से संकेत मिलते हैं, जैसे- बार-बार पेशाब आना, ज्यादा प्यास, लगातार भूख लगना आदि. लेकिन क्या आपको पता है कि आंखों से भी डायबिटीज का पता चलता है? आज हम आपको आंखों में दिखने वाले कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताएंगे, जिससे ये पता कर सकते हैं कि आपको डायबिटीज है या नहीं.

मोतियाबिंद
समय से पहले मोतियाबिंद की समस्या डायबिटीज का संकेत हो सकता है. डायबिटीज के मरीजों में ये दिक्कत समय से पहले होने लगती है. अगर आपको डायबिटीज है तो यह समस्या काफी ज्यादा बढ़ सकती है.

धुंधलापन
धुंधलापन भी डायबिटीज का एक संकेत हो सकता है. अगर आपको आंखों में धुंधलापन नजर आ रहा है तो तुरंत डायबिटीज की जांच करवाएं. शरीर का शुगर लेवल कंट्रोल करने से धुंधलेपन को ठीक किया जा सकता है. हालांकि, कई बार इसे ठीक होने में कुछ महीनों का समय भी लग जाता है.

डायबिटिक रेटिनोपैथी
यह एक ऐसी समस्या है जो शुगर से पीड़ित व्यक्ति की रेटिना को प्रभावित करती है. यह स्थिति तब होती है जब रेटिना तक खून पहुंचाने वाली नसें डैमेज हो जाती है. अगर समय रहते इसका इलाज नहीं करवाया गया तो व्यक्ति अंधा भी हो सकता है.

ग्लूकोमा
इस समस्या में आंखों से बाहर तरल पदार्थ नहीं निकल पाते, जिससे आंखों पर अधिक दबाव पड़ता है. इससे आंखों की ब्लड सेल्स और नसों को नुकसान पहुंचता है, जिससे देखने में दिक्कत आ सकती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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