प्रयागराज में अरैल तट से यमुना बैंक रोड (बोट क्लब) तक एक पैदल पुल बनाया जाएगा, जिसे ‘रामसेतु’ नाम दिया गया है. यह ऐतिहासिक फैसला महाकुंभ के बीच नगर निगम की बैठक में लिया गया है.
इस पुल का धार्मिक महत्व होगा क्योंकि मान्यता है कि भगवान राम ने भी यमुना नदी पार की थी. इससे श्रद्धालु और पर्यटक आसानी से संगम क्षेत्र तक पहुंच सकेंगे.
यह पुल केवल श्रद्धालुओं के लिए ही नहीं, बल्कि प्रयागराज आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा. यहां से यमुना का खूबसूरत नजारा देखा जा सकेगा.
इस पैदल पुल से नगर निगम को भी आर्थिक फायदा होगा. पर्यटक और श्रद्धालु जब यहां आएंगे तो आसपास के व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा और नगर निगम को राजस्व प्राप्त होगा.
इस पुल के साथ-साथ प्रयागराज में कई अन्य विकास कार्यों को भी मंजूरी दी गई है, जिनमें सड़कों और नालियों का निर्माण शामिल है. कुल 462 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को हरी झंडी दी गई है.
शहर में 10 करोड़ रुपये की लागत से साहित्य पार्क बनाया जाएगा, जहां लोग साहित्य, कला और संस्कृति से जुड़ी गतिविधियों का आनंद ले सकेंगे.
नगर निगम ने प्रयागराज में एक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक विश्वविद्यालय स्थापित करने का भी प्रस्ताव पास किया है, जिससे लोगों को धर्म और अध्यात्म से जुड़ी उच्च शिक्षा मिल सकेगी.
नगर निगम ने इन विकास कार्यों की मंजूरी अगले 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए दी है. प्रयागराज को आधुनिक, धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर बनाने की दिशा में यह बड़ा कदम है.
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