लठ्ठमार, फूलों की होली समेत मथुरा के ब्रज में पूरे 40 दिन होली चलती है. यह होली बसंत पंचमी से शुरू भी हो चुकी है. आइये जानें कौन सी होली, कब खेली जाएगी.
12 फरवरी को द्वारकाधीश मंदिर में होली का डांढ़ा गाड़ा गया, जिसके बाद द्वारिकाधीश मंदिर में होली का महोत्सव शुरू हो चुका है.
28 फरवरी 2025 को बरसाना के श्री राधारानी मंदिर में रंगोत्सव मनाया जाएगा.
7 मार्च 2025 को नंदगांव में फाग आमंत्रण उत्सव होगा, इसी दिन बरसाना के श्रीराधारानी मंदिर में लड्डू मार होली का आयोजन किया जाएगा.
08 मार्च को बरसाना में लट्ठमार होली होगी. इस होली में महिलाएं लठ्ठ से होली खेलती हैं जबकि पुरुष अपने आपको ढाल से बचाते हैं.
10 मार्च को बांके बिहारी मंदिर और श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर में रंगभरी होली खेली जाएगी.
11 मार्च को गोकुल के रमणरेती में होली का उत्सव मनाया जाएगा. यहां फूलों की होली में टेसू के फूलों से होली खेली जाती है.
13 मार्च को होलिका दहन होगा और 14 मार्च ब्रज समेत पूरे देश में रंगवाली होली खेली जाएगी.
15 मार्च को बलदेव में दाऊ जी का हुरंगा और फिर 22 मार्च को वृंदावन में रंगनाथ जी मंदिर में होली का उत्सव मनाया जाएगा.
वैदिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह की पूर्णिमा की शुरुआत 13 मार्च को सुबह 10:35 मिनट पर होगी और 14 मार्च को दोपहर 12 :23 मिनट पर समाप्त होगी ऐसे में 13 मार्च को होलिका दहन और अगले दिन 14 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा.
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं और पंचाग पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.