यूपी में एक ऐसा गांव है, जहां खुदाई में सोने-चांदी के सिक्के समेत कई बेशकीमती खजाना निकलता है. इस गांव को मुगल बादशाह अकबर के दरबारी बीरबल का ननिहाल कहा जाता है.
यमुना नदी के पास बसे इस गांव में कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनकी काफी मान्यताएं है. कहा जाता है कि इन्हीं मंदिरों के नीचे खजाना छिपा है.
हालांकि, आज भी ये रहस्य बरकरार है कि किस मंदिर के नीचे खजाना छिपा हुआ है, लेकिन गांव वालों ने अपने किस्से-कहानियों इसका रहस्य जिंदा रखा है.
विजयीपुर ब्लाक मुख्यालय से लगभग 8km दूर किशनपुर में एकडला गांव है. गांव वालों का कहना है कि खेतों में जुताई के दौरान कई बार किसानों को सोने-चांदी के सिक्के मिले हैं.
ये गांव नदी के तट पर है. सालों पहले ये गांव व्यापारिक केंद्र था. जहां बड़े व्यापारी व्यापार करने आते थे, लेकिन नदी पार करने में उन्हें काफी परेशानी होती थी.
बड़े व्यापारियों को नदी पार करने के लिए बरगद की एक डाल का इस्तेमाल करना पड़ता था. जिसके बाद इस गांव का नाम एकडला पड़ गया.
गांव वालों द्वारा किए गए भव्य स्वागत से अकबर काफी खुश हो गए और खुशी से उन्होंने गांव के एक क्षत्रिय परिवार को रावत की उपाधि दी.
कहा जाता है कि इस गांव में 16वीं शताब्दी में 7 तरह के बाजार लगा करते थे, लेकिन धीरे- धीरे सब नष्ट हो गए. इस गांव में मजारों के साथ यहां ऐतिहासिक मंदिर भी है.
कहा जाता है इन्हीं मंदिरों के नीचे खजाना छिपा हुआ है. हालांकि, एकडला में कहां खजाना छिपा है और कहां नहीं, इस बार में आधिकारिक तौर पर पुरातत्व विभाग की ओर से कोई जानकारी नहीं आई है.
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