इन सब्जियों को भूलकर भी न खाएं कच्चा, सेहत सुधरने की बजाए होगा नुकसान
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इन सब्जियों को भूलकर भी न खाएं कच्चा, सेहत सुधरने की बजाए होगा नुकसान

माना जाता है कि कुछ सब्जियों को पकाकर खाने से उनके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं या बहुत कम हो जाते हैं. हालांकि, कुछ सब्जियां ऐसी भी होती है, जिन्हें पकाकर खाने से आपको उसमें भरपूर पोषक तत्व मिलते हैं.

इन सब्जियों को भूलकर भी न खाएं कच्चा, सेहत सुधरने की बजाए होगा नुकसान

Vegetables Benefits: आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ में लोग पहले तो खुद पर ध्यान दे नहीं पाते. इस कारण से कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसमें सबसे ज्यादा बढ़ते वजन को लेकर लोग ज्यादा परेशान रहते हैं. इसके बाद एकदम से लोगों में अपनी हेल्थ को लेकर चिंता जाग उठती है. वर्तमान में हेल्दी लाइफस्टाइल और बढ़ता मोटापा कम करने के लिए कच्ची सब्जियां खाना ट्रेंड बनता जा रहा है. 

माना जाता है कि कुछ सब्जियों को पकाकर खाने से उनके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं या बहुत कम हो जाते हैं. हालांकि, कुछ चीजें ऐसी भी होती है, जिन्हें पकाकर खाने से आपको उसमें भरपूर पोषक तत्व मिलते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें कच्चा नहीं खाना चाहिए. 

पालक  में पाए जाते हैं भरपूर पोषक तत्व 
पालक में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं. पालक आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और जिंक का भंडार है. यह बात ध्यान रखें कि हमारा शरीर पालक में मौजूद इन सभी पोषक तत्वों को तभी अवशोषित करता है जब पालक को पकाकर खाया जाता है. दरअसल, इसमें ऑक्सैलिक एसिड पाया जाता है, जो आयरन और कैल्शियम के अब्सॉर्प्शन को ब्लॉक कर देता है. ऐसे में पालक को पकाने पर कैल्शियम और आयरन रिलीज हो जाता है और हमारी बॉडी आसानी से पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेता है. रिसर्चर्स के मुताबिक, अगर पालक को स्टाम किया जाए, तो इसमें पाया जाने वाला फोलेट का स्तर बैलेंस रहता है जो कई प्रकार के कैंसर के रिस्क को कम कर सकता है. 

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टमाटर को पकाने पर रिलीज होता है लाइकोपीन 
टमाटर में मौजूद लाइकोपीन नाम का एंटीऑक्सीडेंट, क्रॉनिक डिजीज और कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है. ऐसे में टमाटर को पकाकर इस्तेमाल करने से लाइकोपीन रिलीज होता है. हालांकि, टमाटर को पकाने के बाद इसमें पाया जाने वाला विटामिन सी 29 प्रतिशत तक कम हो जाता है, लेकिन इसे 30 मिनट तक पकाने से इसमें मौजूद लाइकोपीन में 50 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा होता है. 

गाजर को छिलकर नहीं पकाएं
कच्ची गाजर की अपेक्षा पकी हुई गाजर में ज्यादा मात्रा में बीटा-कैरोटीन पाया जाता है, जो एक कैरोटीनॉयड नाम का तत्व है. इसे शरीर विटामिन ए में बदल देता है. विटामिन ए हड्डियों के विकास, विजन और इम्यून सिस्टम को बेहतर करता है. गाजर को कभी भी छिलकर नहीं पकाना चाहिए. बिना छीले पकाकर खाने से गाजर की एंटीऑक्सीडेंट पावर दो गुना तक बढ़ जाती है. 

बेल पेपर्स में मौजूद होते हैं कई एंटीऑक्सीडेंट 
बेल पेपर्स में बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं. इसमें कैरोटीनॉयड, बीटा-कैरोटीन, बीटा-क्रिप्टोक्सैन्थिन और ल्यूटिन खासतौर पर पाए जाते हैं. इसे गर्म करने से इसकी सेल्स वॉल्स टूट जाती है, जिससे हमारी बॉडी कैरोटीनॉयड को बहुत ही आसानी से अवशोषित करती है. टमाटर की तरह ही बेल पेपर्स को उबालने पर इसमें पाए जाने वाले विटामिन सी की मात्रा कम हो जाती है. 
मशरूम

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केल को स्टीम करके खाने से मिलेंगे ज्यादा बेनिफिट
केल को ज्यादातर सलाद के तौर पर कच्चा ही इस्तेमाल किया जाता है. केल आपकी बॉडी के लिए बहुत हेल्दी माना जाता है. अगर आप इसे स्टीम करके  खाएंगे, तो इसके जरिए मिलने वाले फायदे दोगुने हो जाते हैं.  

मशरूम को पकाकर ही खाएं
मशरूम में एर्गोथायोनीन नामक एंटीऑक्सीडेंट बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है. मशरूम को पकाने के बाद एर्गोथायोनीन रिलीज होता है. एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को हानि पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स और केमिकल्स को तोड़ने में सहायता करता है. एंटीऑक्सीडेंट्स कई तरह के रोगों और बढ़ती उम्र के साथ होने वाली परेशानियों को कम करने में काफी मददगार होते हैं.  

ग्रीन बीन्स का न उबालें
बीन्स में एंटीऑक्सीडेंट्स की प्रचूर मात्रा पाई जाती है. ये एंटीऑक्सीडेंट्स हमारी बॉडी को तभी मिलते हैं, जब हम इसे बेक या ग्रिल करके खाते हैं. उबालने का ज्यादा देर तक इसे कुक करने से इसके एंटीऑक्सीडेंट्स खत्म हो जाते हैं. 

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