जनवरी में पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति समेत कई व्रत-त्योहार, यहां देखें पूरी लिस्ट
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2557403

जनवरी में पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति समेत कई व्रत-त्योहार, यहां देखें पूरी लिस्ट

January Festival List 2025: नव वर्ष के पहले महीने जनवरी में एक जहां पौष पूर्णिमा से महाकुंभ का शुभारंभ हो रहा है तो वहीं मकर संक्रांति और लोहड़ी जैसे कई प्रमुख त्योहार हैं. आइये विस्तार से जानते हैं जनवरी 2025 में कौन से प्रमुख व्रत और त्योहार हैं.

जनवरी में पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति समेत कई व्रत-त्योहार, यहां देखें पूरी लिस्ट

January Festival List 2025: जनवरी का महीना अपने साथ कई खास व्रत और त्योहारों की सौगात लेकर आता है। इस महीने मकर संक्रांति, लोहड़ी, सकट चौथ जैसे प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं। इसके साथ ही पौष पुत्रदा एकादशी, षटतिला एकादशी, पौष पूर्णिमा, मौनी अमावस्या और पोंगल जैसे पर्व भी इस महीने की रौनक बढ़ाते हैं। आइए, जानते हैं जनवरी के इन त्योहारों की तारीखें और उनके महत्व।  

जनवरी 2025 के व्रत त्योहारों की पूरी लिस्ट 

10 जनवरी 2024-  पौष पुत्रदा एकादशी
11 जनवरी 2024- प्रदोष व्रत (शुक्ल)
13 जनवरी 2024- पौष पूर्णिमा व्रत, लोहड़ी
14 जनवरी 2024- उत्तरायण, मकर संक्रांति, खिचड़ी
17 जनवरी 2024- संकष्टी चतुर्थी, सकट व्रत
25 जनवरी 2024- षटतिला एकादशी
27 जनवरी 2024- प्रदोष व्रत (कृष्ण), मासिक शिवरात्रि
29 जनवरी 2024- माघ अमावस्या

प्रमुख व्रत त्योहार की तिथि और महत्व

पौष पुत्रदा एकादशी: 9-10 जनवरी 2025
यह व्रत पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. इस बार यह तिथि 9 जनवरी को दोपहर 12:22 बजे शुरू होकर 10 जनवरी को सुबह 10:19 बजे समाप्त होगी. संतान प्राप्ति और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए इस एकादशी का विशेष महत्व है.  

पौष पूर्णिमा: 13 जनवरी 2025
पौष माह की पूर्णिमा, जिसे पौष पूर्णिमा कहते हैं, धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है. इसी दिन माघ स्नान की शुरुआत होती है. इसे पुण्य कमाने और पवित्रता के लिए शुभ माना जाता है.  

मकर संक्रांति : 14 जनवरी 2025   
सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने का पर्व मकर संक्रांति कहलाता है। इस दिन से शुभ कार्यों की शुरुआत होती है और सूर्य उत्तरायण होते हैं. 

मौनी अमावस्या:  29 जनवरी 2025
माघ माह की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है. इस दिन मौन व्रत रखने और गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है. भगवान विष्णु की पूजा भी इस दिन की जाती है.

Disclaimer: दी गई जानकारी पंचांग और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

ये पढ़ें:  बसंत पचंमी कब है, इस दिन महाकुंभ का तीसरा शाही स्नान, कितने घंटों चलेगा शुभ मुहूर्त में स्नान-दान

ये पढ़ें: भगवान की मूर्ति उपहार में दें या नहीं, प्रेमानंद महाराज ने प्रवचन में बताई काम की बात

 

 

Trending news