नवरात्रि के सातवे दिन मां काली के मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, 500 साल पुराना है प्राचीन मंदिर
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नवरात्रि के सातवे दिन मां काली के मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, 500 साल पुराना है प्राचीन मंदिर

Shardiya Navratri 7th Day: नवरात्रि के सातवें दिन काली माता के विशेष दिन पर जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. तो माँ उनकी मनोकामनाएं पूरी करती है. 

 

Moradabad kali Mandir

Shardiya Navratri 7th Day: शारदीय नवरात्रि का आज सातवां दिन हैं. मंदिरों में माता के जयकारे लगाए जा रहे हैं. आज हम आपको मुरादाबाद के उस मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो भक्तों की अटूट आस्था का केंद्र है.मुरादाबाद में रामगंगा के तट पर स्थित सिद्धपीठ मां काली का मंदिर, नवरात्रि के दौरान भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होता है. नवरात्रि के सप्तमी के दिन माँ काली के विशेष दर्शन होते हैं, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं.

500 साल पुराना है मंदिर 

यह मंदिर लगभग 500 साल पुराना है और इसकी मान्यता है कि यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मंदिर के महंत सज्जन गिरी महाराज बताते हैं कि यहाँ की मिट्टी मिश्री की तरह मीठी है और माँ काली अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करतीं. भक्तों के लिए मंदिर की सजावट भी बेहद आकर्षक होती है, विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान, जब फूलों और फलों से मंदिर को सजाया जाता है.

मां करती हैं हर मनोकामना पूरी
मंदिर के पुजारी काशी महाराज बताते हैं कि यहाँ आने वाले सभी भक्त सच्ची भावना से मां से कुछ भी मांगते हैं तो माँ उनकी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. भक्तों का कहना है कि यहां आकर उनकी वर्षों की मुरादें पूरी हो चुकी हैं और माँ काली की महिमा अतुलनीय है.

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