Kannauj Case: अशोक यादव उर्फ मनुआ हर पल पुलिस पर नजर बनाए हुए था. पुलिस के आने से पहले ही वह बेटे आर पत्नि के साथ घेराबंदी कर तैयार बैठा था. यह कांड पूरी प्लानिंग के साथ किया गया था. अशोक उर्फ मनुआ ने पुलिस को डराने के लिए पहले खूब हवाई फारिंग की.
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Kannauj Case: कन्नौज जनपद के विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के धरनीधरपुर नगरिया में सोमवार की शाम दोहराए गए बिकरू कांड में एक सिपाही सचिन शहीद हो गया. इस मुठभेड़ की एक और कड़ी है जो अभी तक सभी की नजरों से अनजान बनी हुई है. अशोक यादव उर्फ मनुआ हर पल पुलिस पर नजर बनाए हुए था. पुलिस के आने से पहले ही वह बेटे आर पत्नि के साथ घेराबंदी कर तैयार बैठा था.
सीसीटीवी कैमरे से रख रहा था नजर
मनुआ घर के बाहर अलग-अलग दिशाओं में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से वह अंदर बैठ कर पुलिस पर नजर रख रहा था. अशोक पुलिस के आने का इंतजार कर रहा था. पुलिस ने जैसे ही मनुआ के दायरे में एंट्री ली मनुआ ने प्लान के मुताबिक गोलियां बरसानी शुरू कर दी. धुआंधार फायरिंग के बीच एक गोली कांस्टेबल सचिन को जा लगी जिससे उनकी जान चली गई.
पुलिस से ज्यादा मनुआ था तैयार
पुलिस दबिश करने पूरी तैयारी से पहुंची पर पुलिस की तैयारी से कई गुना ज्यादा मनुआ तैयार बैठा था. पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए उसने घर से भागने के बजाए पुलिस से मोर्चा लेने का मंसूबा बनाया. मनुआ ने पुलिस को तक कर शिकार बनाया बनाया है. मानों अशोक उर्फ मनुआ पुलिस के आने की राह ही देख रहा हो.
हर मूमेंट पर थी मनुआ की नजर
घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद घर के बाहर चल रही हर मूमेंट पर अशोक की नजर थी. मनुआ ने तमंचा, डबल बैरल बंदूक, रायफल और असलहों के साथ बेटे अभय यादव उर्फ पिंटू और पत्नी व पूर्व प्रधान श्यामा देवी को तैनात कर दिया था. पुलिस के आते ही यहां मनुआ ने इशारा किया आर वहां दनादन फायरिंग होना शुरू हो गई.
डाराने के लिए की खूब हवाई फायरिंग
मनुआ यानी अशोक यादव ने पुलिस को डाराने के लिए खूब हवाई फायरिंग की उधर पत्नी सीसीटीवी में देखकर बेटे व मनुआ को हर जानकारी दे रही थी. हवाई फायरिंग करते करते एक गोली सचिन के जांघ पर जा लगी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी. दूसरी ओर पुलिस की एक टीम सचिन को लेकर अस्पताल चली गई.
पुलिस को छकाने के लिए फायरिंग करता रहा अशोक
बाकी के लोग अशोक को पकड़ने के लिए मोर्चाबंदी करने में लग गए. बीच-बीच में अशोक पुलिस को छकाने के लिए फायरिंग करता रहा. अंधेरा होने पर जैसे ही उसने भागने की कोशिश की, पुलिस की जवाबी गोली में वह और उसका पुत्र जख्मी हो गया. दोनों के गिरते ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया. उन दोनों की मदद कर रही श्यामादेवी को भी दबोच लिया गया.
घर से बरामद हुआ असलहों का जखीरा
हिस्ट्रीशीटर को दबोचने के बाद उसके घर की तलाशी के दौरान पुलिस को वहां से असलहों का जखीरा मिला. पांच तमंचे, एक डबल बैरल और एक रायफल भी बरामद हुई है.
अंतिम विदाई में केंद्रीय मंत्री शामिल
जवान सचिन का पार्थिव शरीर मुजफ्फरनगर पहुंच चुका है. कन्नौज में बदमाश के हमले में सचिन राठी शहीद हुए थे. सचिन राठी 2019 में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे. सचिन राठी का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में हुआ है. सचिन को अंतिम विदाई देने के लिए केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान सचिन के अंतिम संस्कार में शामिल हुए है. शहीद की अंतिम यात्रा में DM-SSP ने भी कन्धा दिया है.