केरल के जनप्रतिनिधियों ने पिपलांत्री की तर्ज पर ग्राम पंचायतों को विकसित करने का लिया संकल्प
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केरल के जनप्रतिनिधियों ने पिपलांत्री की तर्ज पर ग्राम पंचायतों को विकसित करने का लिया संकल्प

 ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग केरल के सबसे बड़े जिले पलक्कड़ जिले के जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने राजसमंद जिले का भ्रमण किया.

केरल के जनप्रतिनिधियों ने पिपलांत्री की तर्ज पर ग्राम पंचायतों को विकसित करने का लिया संकल्प

राजसमंद: ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग केरल के सबसे बड़े जिले पलक्कड़ जिले के जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने राजसमंद जिले का भ्रमण किया. इस संदर्भ में जिला परिषद राजसमंद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान ने बताया कि जिस तरह से हमारे यहां पर जिला प्रमुख होता है वहां पर जिला प्रेसिडेंट होता है तथा उप जिला प्रमुख के स्थान पर वाइस प्रेसिडेंट होता है और उनकी मदद के लिए जिला पंचायत का सेक्रेटरी होता है, जो समस्त प्रशासनिक कार्यों को पूर्ण करते हैं, जिसको हमारे यहां पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद कहा जाता है.

भुवनेश्वर सिंह ने बताया कि जब वह पिपलांत्री पहुंचे तो बीनोमॉल जिला अध्यक्ष पलक्कड़ चामुन्नि उपाध्यक्ष और जिला पंचायत के सेक्रेटरी रामाकुट्टी ने यह वादा किया कि हम लोग भी हमारे जिले में पिपलांत्री के समतुल्य ग्राम पंचायत बनाने का प्रयास करेंगे और जैसा प्यार और समर्पण,अतिथियों का स्वागत आप लोगों द्वारा किया गया है वैसा हम भी अपने केरल में करने का अवश्य ही प्रयास करेंगे. भ्रमण के दौरान अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान, विकास अधिकारी कुंभलगढ़ सहायक अभियंता कमलेश मीणा, सहायक विकास अधिकारी लक्ष्मी नारायण कुमावत, विकास अधिकारी पंचायत समिति राजसमंद नीता पारीक, सहायक विकास अधिकारी राजेश जोशी, ग्राम विकास अधिकारी बालूराम सैनी और कुलदीप उपस्थित रहे.

प्रतिनिधियों ने अजय दुर्ग कुंभलगढ़ का किया दौरा

बता दें कि केरल के प्रतिनिधियों ने कंज हवेली कुंभलगढ़ में अल्पाहार किया उसके बाद गाड़ियों के माध्यम से कुंभलगढ़ दुर्ग पहुंचे. वहां पर उन्होंने 15वीं शताब्दी में निर्मित किए गए अजय दुर्ग कुंभलगढ़ को देखा तथा उसे देखकर के बहुत प्रशंसा व्यक्त की. वह आश्चर्यचकित हो गए कि इस तरह के भव्य दुर्ग विशाल प्राचीर तथा अजय दुर्ग हमारे लिए अविस्मरणीय है. पागड़ा पॉल महाराणा प्रताप जन्मस्थल बादल महल कुंभा महल माताजी का मंदिर, शिव मंदिर तथा जैन मंदिरों को देखकर अभिभूत हुए. उसके पश्चात सीधे ग्राम पंचायत पिपलांत्री में पहुंचे, जहां नर्सरी का निर्माण कैसे किया गया उसको देखा गया तथा यह कहा गया कि जिस तरह से हमारे राज्य में प्राकृतिक रूप से वनस्पति उद्यान बने हुए हैं उससे भी अच्छा यहां पर मनुष्यों ने नर्सरी का निर्माण किया है जो सभी के लिए वनों के संरक्षण देने के लिए मार्ग प्रशस्त करता है.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर जोर

साथ ही मुख्य नर्सरी में गए वहां ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज की योजनाओं के बारे में पिपलांत्री की सरपंच अनीता पालीवाल ने विस्तार से राजस्थान ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज की योजनाओं के बारे में सदस्यो के साथ व्यक्तिगत रूप से संपर्क करते हुए जानकारी प्रदान की गई. उसके बाद पिपलांत्री के पूर्व सरपंच एवं पद्मश्री डॉ. श्याम सुंदर पालीवाल ने समस्त केरल से पिपलांत्री पहुंचे, जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को जल जंगल और जमीन को बचाने का आह्वान किया तथा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ तथा वृक्ष लगाओ इस हेतु सभी को प्रेरित किया गया और आह्वान किया गया कि केरल में आपके यहां पर पंचायतें बहुत बड़ी होती है, इस कारण वहां पर आपको तकनीकी रूप से अधिकारी प्रत्येक पंचायत में आसानी से उपलब्ध होते हैं, हमारी पंचायतें आपकी तुलना में बहुत छोटी होती है, इसलिए हमारे यहां क्लस्टर रूप में पंचायतों का विकास होता है.

बता दें कि इस दल में केरल राज्य के पलक्कड़ जिले की प्रेसिडेंट बीनूमॉल, वाइस प्रेसिडेंट चामुन्नी एवं जिला पंचायत सेक्रेट्री रामाकुट्टी 30 व्यक्तियों के दल के साथ पिछली 3 तारीख से राजस्थान भ्रमण करते हुए राजसमंद जिले में पहुंचे थे यहां पर ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के कार्यों को देखकर तथा ऐतिहासिक धरोहर कुंभलगढ़ दुर्ग को तथा उसकी विशाल दीवार को देखकर मंत्रमुग्ध हुए.

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