Dholpur News: राजस्थान के धौलपुर से एक किसान प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने अपने परिवार के साथ गया था. जहां मंगलवार 29 जनवरी को रात में हुई भगदड़ में उसकी मौत हो गई. भगदड़ में भीड़ ने उन्हें कुचल दिया.
Trending Photos
Dholpur News: राजस्थान के धौलपुर से एक किसान प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने अपने परिवार के साथ गया था. जहां मंगलवार 29 जनवरी को रात में हुई भगदड़ में उसकी मौत हो गई. किसान अपने परिवार के साथ स्नान करने के बाद संगम तट पर बैठा था. इस दौरान मची भगदड़ में भीड़ ने उन्हें कुचल दिया. वहीं उनकी बहू को पोते ने दौड़ते लोगों के पैरों के बीच से खींचकर बचा लिया.
यह भी पढ़ें- Rajasthan Crime: जुबान से मुकरा टेलर तो नाबालिग ने उठाया खौफनाक कदम, पीट-पीटकर...
किसान किशन बलदेव की उम्र 71 साल थी. किशन बलदेव के परिवार का आरोप है कि गुरुवार को जब उन्हें शव मिला, तो इस पर कोई नंबर भी नहीं था. मौनी अमावस्या के दौरान महाकुंभ में मची भगदड़ में अब तक राजस्थान के 3 श्रद्धालुओं की मौत हुई है.
किसान के पोते विशंभर सिंह ने बताया कि जिस समय भगदड़ मची. उस समय दादा और मां रामवती लोगों के पैरों के नीचे आ गए. इस दौरान उन्होंने अपनी मां को खींच लिया, लेकिन किशन बलदेव लोगों के पैरों के नीचे फंस गए और उनके ऊपर एक के बाद एक कई लोग गिर गए.
उन्हें मुश्किल से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. विशंभर सिंह ने आगे बताया कि परिवार गांव के दूसरे लोगों के साथ 28 जनवरी को महाकुंभ में पहुंचा था.
शाम 4 बजे स्नान करने के बाद किशन बलदेव व अन्य लोग 29 जनवरी को होने वाले शाही स्नान का इंतजार करने लगे. इसी दौरान रात करीब 2 बजे अचानक भगदड़ मची और उसमें दादा किशन बलदेव की मौत हो गई. अस्पताल की मोर्चरी में शवों के ढेर लगे हुए थे.
किशन बलदेव के पोस्टमॉर्टम के बाद उनके शव को गुरुवार शाम को दिया गया. जिस पर कोई भी नंबर या टैग नहीं था. उन्होंने बताया कि कई शवों पर नंबर लिखे हुए थे. विशंभर सिंह ने दावा किया कि मौत का आंकड़ा सरकारी आंकड़े से कई गुना ज्यादा है.