जयपुर में अवैध पेयजल कनेक्शन की भरमार, शहर के मुकाबले बाहरी हिस्से में ज्यादा अवैध कनेक्शन
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2475406

जयपुर में अवैध पेयजल कनेक्शन की भरमार, शहर के मुकाबले बाहरी हिस्से में ज्यादा अवैध कनेक्शन

Jaipur News: जयपुर शहर में अवैध पेयजल कनेक्शन की भरमार है. इन दिनों चल रहे अवैध कनेक्शन काटने के अभियान में जलदाय विभाग की मॉनिटरिंग की पोल खुल गई. 

Jaipur News

Jaipur News: जयपुर शहर में अवैध पेयजल कनेक्शन की भरमार है. इन दिनों चल रहे अवैध कनेक्शन काटने के अभियान में जलदाय विभाग की मॉनिटरिंग की पोल खुल गई. ऐसा इसलिए क्योंकि हर साल बार बार अवैध कनेक्शन के लिए अभियान चलाया जाता है, लेकिन इसके बावजूद कैसे पानी के अवैध कनेक्शन हो जाते है? आखिर शहर के मुकाबले बाहरी इलाकों में कैसे बढ़े अवैध पेयजल कनेक्शन. 

यह भी पढ़ेंः प्राइवेट पार्ट्स की पूजा के बिना अधूरी मानी जाती है राजस्थान की ये शादी

नाक के नीचे अवैध कनेक्शन
राजस्थान की राजधानी जयपुर में जलदाय विभाग की नाक के नीचे पानी का अवैध कारोबार तो चलता ही है, लेकिन पानी के अवैध कनेक्शन की भी जबरदस्त भरमार है. 11 दिनो से चल रहे अभियान का नतीजा ये रहा कि 2100 से ज्यादा अवैध कनेक्शन पीएचईडी को मिल पाए. सबसे हैरानी की बात तो ये है कि अबकी बार शहर के मुकाबले बाहरी हिस्सों में पानी के अवैध कनेक्शन पाए गए. 

जयपुर नॉर्थ यानि शहरी हिस्से में 1000 और शहर के अलावा बाहरी हिस्से यानि साउथ में 1135 कनेक्शन पाए गए. पहले अधिकतर शहर की घनी आबादी वाले इलाके में ही अवैध कनेक्शन हुआ करते थे, लेकिन अब अवैध कनेक्शन बाहरी हिस्सों तक भी पैर पसार रहे है. जयपुर रीजन 2 की जिम्मेदार संभाल रहे अतिरिक्त मुख्य अभियंता सैकंड शुभांक्षु दीक्षित का कहना है कि अवैध कनेक्शन को लगातार चिन्हित कर काटे जा रहे है. शुभांक्षु दीक्षित में हाल ही में ज्वाइन किया है. इससे पहले अमिताभ शर्मा जयपुर की जिम्मेदारी संभाल रहे है. संभवतया इस दौरान शहर में अवैध कनेक्शन बढ़े है.

यह भी पढ़ेंः खाटू श्याम जी में हाजरी लगवाकर खिलाई जहरीली मैगी, जिस्मफरोशी से बचना चाहती थी लड़की

सबसे ज्यादा अवैध कनेक्शन S3 में 
जयपुर साउथ के अधीक्षण अभियंता की जिम्मेदारी अनिल शर्मा के कंधों पर है. वे लंबे समय पर इसी सीट पर जमे हुए है और पिछली सरकार में पूर्व मंत्री के करीबी थे. अनिल शर्मा के क्षेत्र में सबसे ज्यादा अवैध कनेक्शन मिले है यानि उनकी मॉनिटरिंग ठीक तरह से नहीं हो पा रही है. जबकि नार्थ के अधीक्षण अभियंता रामवतार सैनी ने हाल ही ज्वाइन किया है. सबसे ज्यादा अवैध कनेक्शन साउथ थर्ड में मिले, जबकि सबसे कम VVIP इलाके साउथ 1 में पाए गए.

डिविजन वाइज जाने,कहां कितने अवैध कनेक्शन?

जयपुर नॉर्थ के डिवीजन का हाल
डिवीजन             अवैध कनेक्शन पाए गए जिम्मेदार एक्सईएन
पानीपेच,N1          270             दीपक शर्मा
मिस्त्री खाना,N2        240             संजय शर्मा
बंद गेट, N3          340             जेएसडी कटारा
विद्याधर नगर,N4        150            सुरेश शर्मा

जयपुर साउथ के डिवीजन का हाल
डिवीजन                 अवैध कनेक्शन पाए गए जिम्मेदार एक्सईएन
गांधी नगर,S1             50                         सुभाष शर्मा            
ज्योति नगर,S2            175                        देवेंद्र शर्मा
मालवीय नगर,S3          820                        निशा शर्मा
मानसरोवर,S4             90                         गिरीश जैन
कुल                             2135

क्यों बढ़ रहा है अवैध कनेक्शन का जखीरा?
सवाल ये है कि इंजीनियर्स की लंबी चौडी फौज के बावजूद कैसे क्या एक्सईएन अपने क्षेत्र पर कंट्रोल नहीं कर पा रहे. आखिर मॉनिटरिंग के बावजूद कैसे अवैध कनेक्शन आसानी से हो जाते है. क्या एईएन और जेईएन फील्ड में ध्यान नहीं दे पा रहे. हालांकि कर्मचारियों की कमी के कारण भी अवैध कनेक्शन का जखीरा बढ़ता ही जा रहा है.

Trending news