Jaipur News: माघ माह के पहले बुधवार को ही बुध पुष्य पर गजानंद को पंचामृत अभिषेक
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Jaipur News: माघ माह के पहले बुधवार को ही बुध पुष्य पर गजानंद को पंचामृत अभिषेक

Jaipur News: पुष्य नक्षत्र पर मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर, नहर के गणेश मंदिर, गढ़ गणेश,परकोटा गणेशजी मंदिर में भगवान श्रीगणेश जी का अभिषेक पुष्य हुआ. महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में पुष्य नक्षत्र पर पंचामृत से गणपति का अभिषेक हुआ. 202 किलो सामग्री से बने पंचामृत से गणपति का अभिषेक करा गया. अभिषेक पुष्य का मुख्य आयोजन मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में हुआ. सुबह बुध पुष्य नक्षत्र का विशेष अभिषेक किया गया. गजानंद को नवीन पोशाक धारण करवाकर फूलों के बंगले में विराजमान किया.

Motidungri Ganesh

Rajasthan News: माघ माह के पहले बुधवार को बुध पुष्य पर मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर, नहर के गणेश मंदिर, गढ़ गणेश और परकोटा गणेशजी मंदिर में उत्सव मनाया जाएगा. पुष्य का मुख्य आयोजन मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में हुआ. यहां सुबह बुध पुष्य नक्षत्र का विशेष अभिषेक किया गया और भगवान गजानंद को नवीन पोशाक धारण करवाकर फूलों के बंगले में विराजमान किया गया.

महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में पुष्य नक्षत्र पर 202 किलो सामग्री से बने पंचामृत से गणपति का अभिषेक किया. इसमें 151 किलो गाय का दूध और 11 किलो दही के अलावा 24 किलो घी और 5 किलो शहद का इस्तेमाल हुआ. इसके अलावा 11 किलो बूरा, केवड़ा जल, गुलाब जल, केवड़ा इत्र एवं गुलाब इत्र से अभिषेक किया गया. इससे पहले भगवान का गंगाजल, केवड़ा जल, गुलाब जल से अभिषेक हुआ. बाद में पंचामृत अभिषेक और गंगाजल से शुद्ध स्नान करवाया गया. इसके बाद भगवान को श्री गणपति सहस्त्रनाम से 1001 मोदक अर्पित किए. पूजन के बाद रक्षा सूत्र और स्वास्थ्य के लिए हल्दी का प्रसाद बांटा गया.

उधर ब्रह्मपुरी माउंट रोड स्थित अतिप्राचीन दाहिनी सूंड दक्षिणमुखी नहर के गणेश जी के पुष्य पर पुष्याभिषेक हुआ. महंत जय शर्मा के सान्निध्य में गणपति का दूर्वा मार्जन से पंचामृत अभिषेक किया. इसके बाद गजानंदजी को नवीन पोशाक व साफा धारण करवाकर और पंचोपचार पूजा अर्चना की गईं. परकोटा गणेश के उत्सव चांदपोल बाजार स्थित परकोटा गणेश मंदिर में पुष्य नक्षत्र के मौके पर उत्सव मनाया गया.

भगवान गणपति का सुबह 101 किलो दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल और सुगंधित औषधियों के गुनगुने जल से पंचामृत अभिषेक करा कर नवीन चोला धारण करवाया. गणपति अथर्व शीर्ष अष्टोत्तर नामावली से गणेश जी महाराज को 108 मोदक अर्पण किए. श्रद्धालुओं को रक्षा सूत्र बांध हल्दी की गांठ व सुपारी वितरित की गई.

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