Rajasthan Crime: बूंदी जिले के रायथल थाना इलाके में पैर कटी हुई लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. लाश झाड़ियां में पड़ी हुई थी और कुछ दूरी पर पैर कटा हुआ पड़ा था. सूचना मिलने पर रायथल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल कर शव को अपने कब्जे में लेकर बूंदी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया.
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Rajasthan Crime: राजस्थान में बूंदी जिले के रायथल थाना इलाके में पैर कटी हुई लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. लाश झाड़ियां में पड़ी हुई थी और कुछ दूरी पर पैर कटा हुआ पड़ा था. शव मिलने की जानकारी आग की तरह फैल गई और मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई.
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सूचना मिलने पर रायथल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल कर शव को अपने कब्जे में लेकर बूंदी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. वहीं शव के शिनाख्त के प्रयास किए. कुछ देर बाद शव की शिनाख्त रामलक्ष्मण रैगर निवासी बांसी के रूप में हुई.
मृतक 2 जनवरी से अपने घर से लापता था, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट सदर थाने में दर्ज हुई थी. फिलहाल पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. मृतक पिछले 3 सालों से मानसिक रोगी था. हालांकि घटनाक्रम के पीछे परिजनों ने किसी पर आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाए हैं.
रायथल थानाधिकारी राजाराम जाट ने बताया कि क्षेत्र के ऐबरा गांव में लोगों से सूचना मिली थी कि गांव के पास स्थित झाड़ियां में पैर कटी हुई लाश पड़ी हुई है. इसकी सूचना पर मौके पर पहुंचे थे. जहां पैर एक साइड पर पड़ा हुआ था और शव कुछ दूरी पर झाड़ियां में पड़ा हुआ था.
शव पूरी तरह से क्षत विक्षप्त हालत में था. आसपास के लोगों से शव की शिनाख्त के लिए प्रयास किए. जहां गांव में शिनाख्त नहीं हो सका. मौके पर टीम बुलाकर जांच पड़ताल की और शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया.
मृतक के फोटो जिले के सभी थानों में भिजवाए गए. जहां सदर थाने में मृतक राम लक्ष्मण रैगर 65 वर्षीय की गुमशुदगी 2 जनवरी को दर्ज होना सामने आया. जिसपर परिजनों को मोर्चरी बुलवाया गया और पहचान कराई गई. मृतक के बेटे नरेंद्र रैगर ने अपने पिता की शिनाख्त की और रिपोर्ट दी. कानूनी कार्रवाई करने के बाद शव परिजनों को पोस्टमार्टम करवाने के बाद सुपुर्द कर दिया गया.
सुबह अचानक घर से निकल गया था मृतक
थाना प्रभारी राजाराम जाट ने बताया कि मृतक के बेटे नरेंद्र रैगर ने अपने पिता की शिनाख्त की. उसने बताया कि 2 जनवरी को सुबह 6 बजे उसके पिता राम लक्ष्मण रैगर बिना बताए घर से निकल गए थे, जो शाम तक वापस नहीं लौटे. इस पर आसपास के लोगों से और परिजनों से तलाश भी की, लेकिन कोई जानकारी नहीं लगी.
इसपर सदर थाने में पहुंचकर मामला दर्ज करवाया था. हम लगातार गुमशुदा की तलाश कर ही रहे थे कि इसी बीच पुलिस की सूचना मिली कि उसकी डेड बॉडी जंगलों में पड़ी मिली है. मृतक के बेटे नरेंद्र ने बताया कि उसके पिता की हालत सही नहीं थी. पिछले 3 सालों से मानसिक बीमारी से जूझ रहे थे.