Rajasthan News: आखिरकार 4 दिन बाद जघीना गांव के रहने वाले रामभरोसी सोगरवाल के शव का अंतिम संस्कार हो गया है. जानिए ये पूरा मामला क्या है?
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Rajasthan News: भरतपुर के जघीना गांव के रहने वाले रामभरोसी सोगरवाल का शव पिछले 4 दिन से अंतिम संस्कार की बाट जोह रहा था. जिसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
रामभरोसी सोगरवाल के एक बेटे की हत्या हो चुकी है जबकि अन्य 2 बेटे और नाती हत्या के मामले में अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है. जिसके चलते रामभरोसी सोगरवाल के शव को मुखाग्नि देने वाला कोई पुरुष घर पर मौजूद नहीं है.
रामभरोसी सोगरवाल की नातिन उपासना सोगरवाल ने कलेक्टर व अजमेर जेल के अधीक्षक से पैरोल के लिये एप्लीकेशन देकर गुहार लगाई उसे रिजेक्ट कर दिया गया है. जिसके बाद कोर्ट में प्रार्थना पत्र लगाकर जेल में बंद बेटों को पैरोल पर छोड़ने की गुहार लगाई गई.
दरअसल, रामभरोसी के बड़े बेटे कृपाल जघीना की उसी के गांव के रहने वाले कुलदीप जघीना और उसके साथियों ने 4 सितंबर 2022 को हत्या कर दी थी.
कृपाल की हत्या का बदला लेने के लिए कुलदीप जघीना की कृपाल के भाई ,भतीजे,बेटे और साथियों ने जयपुर से भरतपुर पेशी पर लाते समय 12 अप्रैल 2023 को आमोली टोल प्लाजा पर रोडवेज बस पर गोलियां चलाकर हत्या कर दी थी.
रंजिश के चलते हुई हत्या के मामले में रामभरोसी के बेटे रविन्द्र और सतवीर वहीं नाती पंकज व आदित्य अजमेर जेल में बंद है.
घर में सिर्फ महिलाएं और मृतक कृपाल की बेटियां ही मौजूद हैं. अब कृपाल की बेटी उपासना सोगरवाल ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाई. इधर पिता के निधन के बाद कृपाल जघीना घर मे शोक छाया हुआ है. 3 दिन से घर में चूल्हा नहीं जला है. हालांकि सुरक्षा के चलते पुलिस जवान तैनात किए गए हैं.