कांग्रेस सरकार के मंत्री ने सीएम गहलोत के खिलाफ खोला मोर्चा, नेताओं पर कार्रवाई की उठाई मांग
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1448876

कांग्रेस सरकार के मंत्री ने सीएम गहलोत के खिलाफ खोला मोर्चा, नेताओं पर कार्रवाई की उठाई मांग

मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने 2 दिन में घटनाक्रम पर निर्णय का आश्वासन दिया था लेकिन डेढ़ महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक वह मामला ठंडे बस्ते में है. 

कांग्रेस सरकार के मंत्री ने सीएम गहलोत के खिलाफ खोला मोर्चा, नेताओं पर कार्रवाई की उठाई मांग

Barmer: सचिन पायलट गुट से आने वाले गुड़ामालानी विधायक व वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने शनिवार शाम को प्रेस वार्ता का आयोजन कर 25 सितंबर के घटनाक्रम को लेकर अनुशासनहीनता करने वाले मंत्रियों और गहलोत समर्थकों पर कार्रवाई करने की मांग की है. मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि 25 सितंबर के घटनाक्रम पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है. जिसको लेकर प्रदेश के प्रभारी अजय माकन बहुत दुखी है और उन्होंने अपना इस्तीफा भी कांग्रेस अध्यक्ष को सौंप दिया है.

इस निर्णय की स्थिति में कांग्रेस पार्टी को बड़ा नुकसान हो रहा है इसलिए बहुत ही जल्द आलाकमान को इस पर फैसला करके निर्णय लेना चाहिए. मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने 2 दिन में घटनाक्रम पर निर्णय का आश्वासन दिया था लेकिन डेढ़ महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक वह मामला ठंडे बस्ते में है. मंत्री हेमाराम चौधरी ने गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ पर चुटकी लेते हुए कहा कि अनुशासनहीनता करने वाले लोगों को प्रोत्साहन करके भारत जोड़ो यात्रा की जिम्मेदारी दी गई है जो बिल्कुल गलत है.

अगर कांग्रेस आलाकमान ने समय रहते 25 सितंबर के घटनाक्रम पर निर्णय नहीं लिया गया तो 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे 25 सितंबर के घटनाक्रम के दिन जयपुर में थे उनके सामने यह पूरा घटनाक्रम हुआ लेकिन उसके बावजूद निर्णय आखिर देरी क्योंकि जा रही हैं. पार्टी आलाकमान को तत्काल प्रभाव से निर्णय लेना चाहिए.

बता दें कि 25 सितंबर को जयपुर में अनुशासनहीनता का मामला सामने आया था. जिसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने शांति धारीवाल, महेश जोशी समेत अन्य नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया था लेकिन अभी तक इन नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिसको लेकर राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी देखने को मिल रही है. पार्टी के कई नेता कार्रवाई नहीं होने से खफा हैं. 

खबरें और भी हैं...

सचिन पायलट के चेहरे पर 2018 में कांग्रेस ने मांगे थे वोट, पायलट को ही साइड कर दिया - राकेश मीणा

उदयपुर के जंगल में नग्नावस्था में मिला कपल का शव, युवक का कटा मिला गुप्तांग

Rajasthan Weather Update: सर्दी ने दिखाने शुरू किए तीखे तेवर, यहां देखें कहां कितना गिरा तापमान

Trending news